घाटीगांव। बच्चों की शारीरिक,-मानसिक, भाषा विकास और क्षमताओं का मूल्यांकन करने के लिए विकासखंड घाटीगांव के अंतर्गत आने वाली प्राथमिक शालाओं में शुक्रवार को एफएलएन मेले का आयोजन किया गया। यहां विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए गए । इन स्टॉल में बच्चों द्वारा गतिविधियां की गई एवं एक स्टॉल में पंजीयन किया गया।इन स्टॉलों में छः स्तर पर मूल्याकन किया गया। शारीरिक विकास जिसमें संतुलन बनाकर चलना कूदना और पेपर फोल्डिंग के माध्यम से क्षमताओं का आकलन किया गया , बौद्धिक विकास को लेकर था जिसमें मिलान, रंग पहचान, वर्गीकरण और क्रम से लगाना गतिविधियां की गई।
एफएलएन मेला बच्चों की शारीरिक मानसिक,भाषा विकास और क्षमताओं के मूल्याकन को लेकर था मेले के सफल आयोजन हेतु बीआरसी शशिभूषण श्रीवास्तव द्धारा एसडीएम महोदय एवं सभी खंड स्तरीय अधिकारियों को आमंत्रित किया गया और ब्लॉक स्तरीय टीमो द्वारा निरीक्षण किया गया।
बीआरसीसी शशि भूषण श्रीवास्तव ने कहा कि बच्चों में बुनियादी शिक्षा और संख्यात्मक कौशल विकसित करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने एक मिशन की शुरुआत की है। जिसे आज के समय में हम सभी एफएलएन मिशन अंकुर के नाम से जानते हैं। इसके साथ ही बताया कि एफ एल एन का मतलब हिंदी में बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान होता है ।भारत सरकार द्वारा एजुकेशन की नई पॉलिसी के निपुण भारत मिशन के अंतर्गत शुरू किया गया।यह एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है। इसमें कक्षा पहली, दूसरी व तीसरी के बच्चों को आधारभूत दक्षताएं पूर्ण कराई जाती है। अब बात आती है कि आखिर फाउंडेशन साक्षरता और संख्यात्मकता क्या है इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चे खेल, कहानियां, तुकबंदी, गतिविधियों, स्थानीय कला, शिल्प और संगीत के माध्यम से आनंद पूर्ण तरीके से सीखे और आजीवन सीखने के लिए मज़बूत नीव विकसित करें। *जिला योग प्रभारी श्री चाकणकर दोरार में किया मेले का अवलोकन* जिला योग प्रभारी श्री दिनेश चाकणकर ने शासकीय हाई स्कूल दोरार में मेले का अवलोकन किया , वहां सर्व प्रथम बच्चों का पंजीयन किया गया पंजीयन के माध्यम से अभिभावकों के साथ बच्चों को शारीरिक विकास, बौद्धिक विकास, भाषा विकास, गणित की पूर्व तैयारी, बच्चों का कोना, भाषा विकास लिखना, सामाजिक व भावनात्मक विकास भाव पहचानो आदि की एक्टिविटी जानकर रिपोर्ट कार्ड बनाकर बताया गया। इसके साथ ही छात्रों के माता ने भी बच्चों के साथ मनोरंजन करते हुए स्कूल परिसर में चेयर रेस खेल कर लुफ्त उठाया।

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