शिवपुरी। बाल शिक्षा निकेतन में "सुनहरी यादें" थीम पर एक अनूठा फैंसी कॉस्ट्यूम एवं क्राफ्ट शो आयोजित किया गया जिसमें बीसवीं सदी में उपयोग की जाने वाली यादगार वस्तुओं को स्वयं बच्चों ने बनाकर प्रस्तुत किया।
साथ ही नर्सरी कक्षा के नन्हें मुन्नों ने देवी देवता के रूप धर मन मोह लिया। विशेषकर नरसिंह अवतार, खाटू श्याम जी, ब्रह्मा जी की प्रस्तुतियों को सराहा गया। कक्षा 1 एवं 2 के छात्र छात्राओं ने अपने दादा, दादी, नाना नानी का वेश धर उनकी सुंदर एक्टिंग की।
Antique क्राफ्ट प्रतियोगिता में टेलीफोन, डालडा, ग्रामोफोन, कोयला प्रेस, आटा चक्की, खलबत्ता, पुराना टीवी आदि हस्तकला को तालियां मिली। आराध्या सिसोदिया को कठपुतली नृत्य के लिए भी पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती अर्चना सिंह,( ज़िला न्यायाधीश), ने बच्चों की प्रस्तुतियों को बेहद प्रभावशाली बताते हुए पालकों एवं शिक्षकों को आग्रह किया कि हर बच्चे में भिन्न प्रतिभा होती है, जरूरत है उन्हें भयमुक्त वातावरण देने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती निशा भारद्वाज, (तहसीलदार, शिवपुरी), ने इसी बात को पुख्ता करते हुए बताया कि वे स्वयं छिब्बर स्कूल की पूर्व छात्रा रही हैं एवं उस समय किस प्रकार गणित शिक्षक पवन सर के प्रोत्साहन ने उनके अंदर आत्मविश्वास भर दिया था कि वे कुछ भी कर सकती हैं।
इस अवसर पर निर्णायक के रूप में उपस्थित रहीं श्रीमती कंचन जैन, श्रीमती संगीता रंगड़, श्रीमती स्वाति वर्मा, श्रीमती सुनीता गौड़।
इस वर्ष स्वर्गीय प्रिंस छिब्बर मेमोरियल ऑल राउंडर ट्रॉफी प्राप्त हुई कक्षा 11 की छात्रा प्रथा जिंदल को। इनर व्हील प्राइड की ओर से श्रीमती दीप्ति त्रिवेदी, Dr श्रीमती सुनीता गौड़, श्रीमती स्वाति ने भी रामायण संवाद प्रतियोगिता में कैकेई एवं मंथरा, लक्ष्मण एवं सीता की प्रस्तुति करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया।
संचालिका श्रीमती बिंदु छिब्बर ने अतिथियों, पालकों एवं शिक्षकों का आभार व्यक्त किया एवं इस कार्यक्रम के संयोजक श्रीमती नेहा वशिष्ठ, शारूख ख़ान एवं श्रीमती आभा मिश्रा की प्रशंसा की और सभी से बच्चों के बचपन को इसी प्रकार समृद्ध एवं सुरक्षित बनाने की अपेक्षा की।

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