
धमाका साहित्य कॉर्नर: साधारण सी कद काठी के दिखने वाले साहित्यकार डॉ राधेश्याम द्विवेदी असाधारण प्रतिभा के धनी थे
शिवपुरी। साधारण सी कद काठी के दिखने वाले साहित्यकार डॉ राधेश्याम द्विवेदी असाधारण प्रतिभा के धनी थे, इसीलिए तो वह पूज्य हैं। जिनसे शिवपुरी साहित्य की पहचान है जो नए साहित्यकारों के लिए हिंदी साहित्य का ककहरा सिखाते थे। ऐसे साहित्यकार का स्मरण करना हमें गौरव प्रदान करता है। उनके द्वारा लिखी गयी कानून की किताबें दर्शाती है कि वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। यह बात शिवपुरी साहित्य जगत में कई बार विद्वानों ने कही। स्वर्गीय राधेश्याम द्विवेदी जी जैसा व्यक्तित्व वर्षों में पैदा होता है, जिनका व्यक्तित्व विराट होता है वो समाज जागरण के साथ साहित्य साधना में रत रहते हुए उल्लेखनीय कार्य कर जाते है, उनका जीवन अपने आप मे आदर्श है। हम आज उनको याद करते हुए गौरवान्वित हैं। बता दें की उनका जन्म 26 फरवरी 1921 को हुआ था जबकि 24 फरवरी 2008 को उन्होंने इस दुनिया से विदाई ली।

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