शिवपुरी। कैंसर एक जानलेवा संध्या गुप्ता
शिवपुरी ।हर साल लाखों की संख्या में लोग कैंसर के शिकार होते हैं. भारत की बात करें तो विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक, हर 10 भारतीय में से एक को कैंसर होने का खतरा होता है. आज वर्ल्ड कैंसर डे 2024 है इस अवसर पर शक्ती शाली महिला संगठन द्वारा हर साल की भांति इस साल भी कैंसर से जंग जीती किरण जैन एवम संध्या गुप्ता को शॉल श्रीफल एवम पौधा देकर उनके घर जाकर उनको सम्मानित किया युवा समाज सेवी सौरभ बिंदल एवम संयोजक रवि गोयल के द्वारा संयुक्त रूप से किरण जैन एवम संध्या गुप्ता को और लोगो को प्रेरित करने के लिए ये सम्मान दिया अधिक जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने कहा की कैंसर कई प्रकार के हो सकते हैं, सभी उम्र के व्यक्तियों में इसका जोखिम देखा जा रहा है. लक्षणों की समय पर पहचान और इलाज करा कर कैंसर से मृत्यु के जोखिमों को कम करने में मदद मिल सकती है आज विश्व में हर दस मौत में से 7 मौते कैंसर से हो रही है। इसीलिएसाल 4 फरवरी को कैंसर डे मनाया जाता है। यह दिन आम लोगों के बीच कैंसर के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसके
लक्षण और बचाव की जानकारी देने के उद्देश्य से मनाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहल पर साल 1933 में पहला कैंसर दिवस जिनेवा, स्विट्जरलैंड में मनाया गया था. तबसे अब तक हर साल कैंसर दिवस पर नई थीम जारी की जाती है. हर साल यह बीमारी लाखों लोगों को अपना शिकार बनाती है. ऐसे में समय से इसके लक्षण की पहचान कर जिंदगियां बचाई जा सकती हैं. कैंसर से जंग जीती संध्या गुप्ता ने कहाकी कार्सिनोमा, सार्कोमा, लिम्फोमा या मायलोमा, ल्यूकेमिया, ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड के कैंसर इसके कुछ सामान्य प्रकार हैं. इसके अलावा ब्लड कैंसर, लंग कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर वो खतरनाक प्रकार है जो लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहे हैं. कई कैंसर खराब जीवनशैली जैसे बहुत अधिक शराब पीना, मोटापा, गलत खान-पान और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण होते हैं. किरण जैन ने कहा की कुछ लोग आनुवंशिक रूपसे भी कैंसर के प्रति संवेदनशील होते हैं जिससे उन्हें इस बीमारी का खतरा अधिक होता है. कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग खुद को अधिक जोखिम में पाते हैं. कुछ संक्रमण भी कैंसर पैदा करने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं और हर सा लगभग 2.2 मिलियन कैंसर से होने वाली मौतें इनके कारण होती है इसमें सबसे बड़ी हिम्मत हौसला बनाए रखना कभी हिम्मत न हारना होना चाहिए। इस अवसर पर संध्या गुप्ता उनके पति सुरेंद्र गुप्ता, किरण जैन के परिजन जुली गर्ग, विनोद जैन, सलोनी जैन के साथ युवा सौरभ बिंदल , करण लखेरा, पंकज ओझा मुख्य रूप से सहभागी बने।
लक्षण और बचाव की जानकारी देने के उद्देश्य से मनाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की पहल पर साल 1933 में पहला कैंसर दिवस जिनेवा, स्विट्जरलैंड में मनाया गया था. तबसे अब तक हर साल कैंसर दिवस पर नई थीम जारी की जाती है. हर साल यह बीमारी लाखों लोगों को अपना शिकार बनाती है. ऐसे में समय से इसके लक्षण की पहचान कर जिंदगियां बचाई जा सकती हैं. कैंसर से जंग जीती संध्या गुप्ता ने कहाकी कार्सिनोमा, सार्कोमा, लिम्फोमा या मायलोमा, ल्यूकेमिया, ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड के कैंसर इसके कुछ सामान्य प्रकार हैं. इसके अलावा ब्लड कैंसर, लंग कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर वो खतरनाक प्रकार है जो लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहे हैं. कई कैंसर खराब जीवनशैली जैसे बहुत अधिक शराब पीना, मोटापा, गलत खान-पान और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण होते हैं. किरण जैन ने कहा की कुछ लोग आनुवंशिक रूपसे भी कैंसर के प्रति संवेदनशील होते हैं जिससे उन्हें इस बीमारी का खतरा अधिक होता है. कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग खुद को अधिक जोखिम में पाते हैं. कुछ संक्रमण भी कैंसर पैदा करने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं और हर सा लगभग 2.2 मिलियन कैंसर से होने वाली मौतें इनके कारण होती है इसमें सबसे बड़ी हिम्मत हौसला बनाए रखना कभी हिम्मत न हारना होना चाहिए। इस अवसर पर संध्या गुप्ता उनके पति सुरेंद्र गुप्ता, किरण जैन के परिजन जुली गर्ग, विनोद जैन, सलोनी जैन के साथ युवा सौरभ बिंदल , करण लखेरा, पंकज ओझा मुख्य रूप से सहभागी बने।

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