डॉ . विकासदीप शर्मा 9993462153
शिवपुरी। साल का दूसरा बड़ा त्योहार होली का पर्व 24 मार्च रविवार को हैं, जबकि भद्रा उपरांत ही होलिका दहन करें, ये बात पंडित विकासदीप शर्मा ने कही। उनके मुताबिक 24 मार्च को सुबह 9:56 बजे से भद्रा शुरू हो रही है जो रात्रि 23:13 तक रहेगी। ऐसी मान्यता है कि भद्रा काल में कोई शुभ काम नहीं किया जाता , इसलिए रविवार को होलिका दहन भी रात्रि 11.14 बजे से पहले नहीं किया जाना चाहिए।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11.14 से 12.20 बजे तक रहेगा।
फाल्गुन शुक्ल पक्ष की प्रदोष में पूर्णिमा को भद्रा के उपरांत होलिका का दहन किया जाता है। इस साल 24 मार्च रात 11:14 से लेकर 12:20 के बीच होलिका का दहन करना ही शास्त्र के अनुसार उचित है।
होलिका दहन से पहले प्रदोष काल में होलिका माता की पूजा करने का विधान है. होलिका माता की पूजा करने के लिए मुहूर्त 24 मार्च शाम 6 बजकर 35 मिनट से रात 9 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. इस दौरान होलिका माता की पूजा कर सकते हैं।
शंका समाधान
होली पर नही रहेगा चंद्र ग्रहण का साया
फाल्गुन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा ( होली) 25 मार्च 2024 सोमवार को छाया चंद्र ग्रहण रहेगा ।
फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को यह चंद्र ग्रहण लगने वाला है लेकिन यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई ना देने के कारण भारत में इसका कोई प्रभाव भी नहीं माना जाएगा और ना ही इसका कोई सूतक काल होगा., जिस देश मे ग्रहण दृष्ट होता उसके सूतककाल केवल वही मान्य होते है।
शास्त्र में चंद्र ग्रहण का वैज्ञानिक महत्व भी है और इसीलिए दुनिया भर के वैज्ञानिक चंद्र ग्रहण पर बहुत ज्यादा ध्यान देते हैं. इस चंद्र ग्रहण पर न केवल चंद्रमा केतु से पीड़ित होगा बल्कि सूर्य और बुध ग्रह भी राहु के प्रभाव में होंगे तथा मंगल और शनि भी साथ होंगे।
अच्छी बात यह है कि यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, जिसे पूर्ण और सैद्धांतिक रूप से चंद्रग्रहण की मानता नहीं दी गई है और यही वजह है कि इस चंद्र ग्रहण का कोई सूतक मान्य नहीं होगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई नहीं देगा लेकिन भारतीय समय के अनुसार यह 25 मार्च 2024 को प्रातः 10:24 से शुरू होकर दोपहर 3 मिनट पर समाप्त होगा।
यह चंद्र ग्रहण बेल्जियम, फ्रांस, इटली, जर्मनी, नॉर्वे का दक्षिण भाग, हॉलैंड, स्विट्जरलैंड, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और जापान में दिखाई दे सकता है. यह चंद्र ग्रहण सोमवार के दिन लगेगा. यह चंद्र ग्रहण कन्या राशि में उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में मुख्य प्रभाव दिखाएगा।
हर चंद्र ग्रहण सभी राशियों पर प्रभाव देने में सक्षम होता है. वह किसी के लिए सकारात्मक भी हो सकता है और किसी के लिए नकारात्मक भी. लेकिन यह चंद्र ग्रहण भारत मे नही दिखेगा इसीलिए इसके नकारात्मक असर भी देखने को नही मिलेंगे ।

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