डॉ पद्मा शर्मा एम एल बी कॉलेज ग्वालियर में हिन्दी की प्राध्यापक हैं। पूर्व में भी उन्हें कई महत्वपूर्ण पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। उनके उपन्यास 'लोकतंत्र के पहरुए' को हाल ही में जयपुर अलंकरण से नवाजा गया है। उपन्यास की लोकप्रियता को देखकर प्रकाशक ने उसे हार्डबॉण्ड में निकालने के बाद पेपरबैक में भी प्रकाशित कर दिया है।
यह आदिवासी तथा राजनीति की पृष्ठभूमि पर लिखा उपन्यास है जो लोकतंत्र में राजनीति की छिछली मानसिकता और हथकंडों की पोल खोलता है। इस उपन्यास पर कई आलेख प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें