कलेक्टर ने कहा- सुप्रीम कोर्ट से जारी गाइडलाइन के अनुसार ही पर्व मनाया जाएगा। इसका सख्ती से पालन कराया जाएगा। उन्होंने कहा- महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति उत्सव के लिए टेसू (पलाश) के फूलों से बने हर्बल रंग उपलब्ध कराएगी।
रंगपंचमी पर केवल पंडे-पुजारी खेलेंगे प्रतीकात्मक होली
कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा- पुजारी-पुरोहित को भी गर्भगृह में रंगपंचमी पर प्रतीकात्मक रूप से होली खेलने की अनुमति होगी। परंपरा के अतिरिक्त ऐसी सामग्री का उपयोग नहीं किया जाएगा, जिससे नुकसान हो।
उन्होंने बताया कि रंगपंचमी के दौरान भस्म आरती में भक्तों की संख्या को भी नियंत्रित किया जाएगा। जो भी मंदिर के नियम तोड़ेगा, उन पर कार्रवाई की जाएगी। मंदिर में आने वाले लोगों को चेकिंग के बाद ही प्रवेश मिलेगा। 25 मार्च होली की सुबह 5.49 बजे महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती की जा रही थी। उस दौरान हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। भक्त भगवान महाकाल के साथ होली खेल रहे थे। तभी आरती के दौरान सुबह 5.49 बजे अचानक आग भभक गई, जिससे मंदिर के पुजारी समेत 14 लोग झुलस गए।
इससे पहले, सोमवार को ही महाकाल मंदिर के महेश पुजारी ने प्रशासन से प्रतीकात्मक होली खेलने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि आम भक्तों के मंदिर के अंदर कोई वस्तु लेकर आने, होली और रंगपंचमी खेलने पर प्रतिबंध लगाया जाए।
इंदौर में भर्ती 13 घायलों की हालत में सुधार मंदिर में सोमवार को हुए हादसे में घायल 13 लोग इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती हैं। सभी की हालत में सुधार है।

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