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30 साल पहले शुरु हुआ था धूम्रपान निषेध दिवस, तंबाकू से हर साल होती है 80 लाख लोगों की मौत : करुण अग्रवाल समाजसेवी

बुधवार, 13 मार्च 2024

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। हर साल मार्च महीने के दूसरे बुधवार को धूम्रपान निषेध दिवस यानी नो स्मोकिंग डे मनाया जाता है। धूम्रपान के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को बताने और धूम्रपान छोड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। इस साल धूम्रपान निषेध दिवस 13 मार्च को आयोजित हुआ। साल 2024 की थीम बच्चों को तंबाकू प्रोडक्ट्स से बचाना है। 30 साल पहले शुरु हुआ था धूम्रपान निषेध दिवस
तंबाकू से हर साल होती है 80 लाख लोगों की मौत हो जाती है ये कहना था शहर के करुण मोटर्स के संचालक युवा समाज सेवी करुण अग्रवाल का जो की आज मुख्य वक्ता के रूप में गौ शाला में जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा की जो व्यक्ति खासतौर से गौ शाला का जो मजदूर वर्ग है वो अपनी आय का पचास फीसदी हिस्सा नशे में बर्बाद कर देता है साथ ही नशे की वजह से महिलाओ पर घरेलू हिंसा में बढ़ोतरी होती है। इसीलिए नशे को न कहने में ही भलाई है। अधिक जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने कहा कि हर साल मार्च महीने के दूसरे बुधवार को धूम्रपान निषेध दिवस यानी 'नो स्मोकिंग डे' मनाया जाता है। धूम्रपान के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को बताने और धूम्रपान छोड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। इस साल धूम्रपान निषेध दिवस के तहत गौ शाला में आधा सेकड़ा महिलाओ एवम बच्चो को शक्ती शाली महिला संगठन शिवपुरी द्वारा शिवपुरी के अति पिछड़े गौ शाला आगनवाड़ी केंद्र पर धूम्र पान निषेध दिवस मनाया गया ।
दरअसल 1920 दशक के सालों में चिकित्सा रिपोर्ट्स ने धूम्रपान को कैंसर और अन्य बीमारियों के साथ जोड़ा था। शोधकर्ताओं के मुताबिक धूम्रपान निषेध दिवस कारगर साबित हुआ है। देखा गया है कि इस दिन दस लोगों में से कम से कम एक व्यक्ति धूम्रपान छोड़ता है। प्रोग्राम में सुपोषण सकी उमा रावत ने कहा की तंबाकू से हर साल 80 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है उन्होंने कहा कि सिगरेट पीना खुद की हत्या करना जैसा है। धूम्रपान करने से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। धूम्रपान करने वाले लोगों के संपर्क में आने से भी अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं। तंबाकू के सेवन से दुनियाभर में हर साल 80 लाख से ज्यादा मौतें होती हैं।
आगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती गायत्री कुशवाहा ने इस अवसर पर कहा की  जीवनशैली में करें ये बदलाव 
1. निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी
यह उन शुरुआती चीजों में से एक है जिनसे लोग धूम्रपान छोड़ने की शुरुआत करते हैं। 2. ट्रिगर से बचें
हर किसी के अपने ट्रिगर पॉइंट होते हैं जो धूम्रपान की इच्छा को जन्म देते हैं। ऐसे में अगर आप धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं, तो इन ट्रिगर्स से बचना सबसे अच्छा है। 
3. बचाव के लिए फल और सब्जियां
अपने आहार में अधिक सब्जियों और फलों को शामिल करना शुरू करें।
4. शारीरिक गतिविधियां
शारीरिक गतिविधियों में लिप्त रहें और अपने ध्यान को भटकाने की कोशिश करें। 
5. भावनात्मक सपोर्ट
परिवार और दोस्तों का समर्थन इस प्रक्रिया के दौरान बेहद आवश्यक है। अगर आप धूम्रपान छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, तो अपने करीबियों के साथ इसे साझा करें और उन्हें भी अपनी जर्नी का हिस्सा बनने के लिए कहें। प्रोग्राम में आधा सैकड़ा समुदाय की। महिलाओ बच्चो के साथ शक्ति शाली महिला संगठन की पूरी टीम ने भाग लिया।











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