शिवपुरी। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर आज दिनांक 7 मार्च 2024 को संध्या 4 बजे तात्याटोपे बलिदान स्थली पार्क से प्रारंभ होने वाली साड़ी वाकथोन में आप सादर आमंत्रित हैं।
* साड़ी महज़ एक कपड़ा नही एक कलाकृति है जिसमे सजती सृष्टि की अनुपम कृति ---स्त्री
* साड़ी है भारत की परंपरा
*साड़ी है हमारी विरासत
*हाथ की बुनी साड़ी है हमारे कारीगरों की आजीविका
*भारत के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों की पारंपरिक साड़ियों में गाथायें हैं लोक संस्कृति की

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