शिवपुरी। जन आरोग्य समिति का प्रशिक्षण कोलारस संस्था पर आयोजित हुआ। प्रशिक्षण में डॉ हेमन्त रावत सी.पी.एच.सी. सलाहकार, डॉ सुनील खंडोलिया सीबीएमओ उपस्थित रहे। प्रशिक्षण में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, ग्राम आरोग्य मंदिर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लुकवासा , खरई से चिकित्सा अधिकारी, स्टाफ नर्स, पंचायत विभाग के सदस्य प्रशिक्षण में सम्मिलित रहे।डॉ हेमन्त रावत सीपीएचसी सलाहकार द्वारा बताया गया कि समिति का प्रथम उद्देश्य जन समुदाय को गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराना है। जन आरोग्य समिति के सशक्त होने से आम जन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें समय पर मिलेंगी। जन आरोग्य समिति के सदस्यों की सक्रियता से उपस्वास्थ्य केन्द्र पर सामुदायिक सहभागिता बढेगी। स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होगा, स्वच्छता और पोषण, ग्राम के विकास का कायाकल्प होगा। डॉ सुनील खंडोलिया ने कहा कि जन आरोग्य समिति से गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की प्रदायगी की पारदर्शी व्यवस्था लागू होगी। सभी को समय पर स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर रोगी कल्याण समिति थीं अब उनके स्थान पर जन आरोग्य समिति के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं हेतु आवश्यक कार्य करने की ताकत जन आरोग्य समिति को मिल गयी है। आपकी समस्याओं का समाधान ग्राम स्तर पर ही हो सकेगा। बीपीएम रजनीश श्रीवास्तव ने कहा कि जन आरोग्य समिति माह में एक बार बैठक करेगी। समिति के सदस्य अपनी राय बैठक में रखेंगे जिन्हें सर्व सम्मति से पूरा किया जावेगा। शासन द्वारा प्रतिवर्ष इसमें बजट उपलब्ध कराया जावेगा। कोलारस क्षेत्र में 24 जन आरोग्य समिति वर्तमान में बनी हुयी हैं। बीएएम संजय जैन द्वारा बताया गया कि इस समिति का मुख्य उद्देश्य सामुदायिक सहभागिता द्वारा स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता के विभिन्न कार्यक्रमों से जोड़कर जागरूक करना है। उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर गठित जन आरोग्य समिति में अध्यक्ष , सह अध्यक्ष , सदस्य सचिव एवं दो सदस्यों को नियुक्त किया जाता है। उप स्वास्थ्य केंद्र मुख्यालय से संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच को स्वास्थ्य केंद्र स्तरीय जन आरोग्य समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया जाता है। जिनका कार्यकाल 2 वर्ष का होता है। उपस्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाली अन्य पंचायत के सरपंच इस समिति के सदस्य के रूप में कार्य करते हैं। अध्यक्ष का 2 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के पश्चात आगामी वर्षों के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाली अन्य पंचायत के वरिष्ठ सरपंच को अध्यक्ष बनाया जाता है। समिति का सह अध्यक्ष उप स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को बनाया जाता है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर में पदस्थ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर समिति के सदस्य सचिव बनाए जाते हैं । इसके साथ ही पदेन सदस्यों के रूप में ग्राम पंचायत के सरपंच, ग्राम सभा स्वस्थ ग्राम सदस्य समिति के अध्यक्ष अथवा सचिव एवं उस क्षेत्र की सभी आशा कार्यकर्ता एवं बहुउद्देशीय कार्यकर्ता शामिल होते हैं । 50 प्रतिशत महिलाओं सहित हर वर्ग की समिति में सहभागिता रहेगी। प्रशिक्षण में चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, स्टाफ नर्स , जनपद पंचायत से मनोनीत सदस्य प्रशिक्षण में उपस्थित थे।

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