मध्य प्रदेश कांग्रेस में जब साल 2020 में बड़ी फूट पड़ी, तब उसकी वजह दिग्विजय सिंह और सिंधिया के बीच राज्यसभा के टिकट को लेकर तल्खी ही वजह बनी थी. खेर लोकसभा गुना की बात करें तो यादव वोट बैंक को देखते हुए बीते चुनाव की तरह कांग्रेस यादव प्रत्याशी को उतारना चाहती हैं जबकि इलाकाई सर्वे में गुना इलाका इस बार कोई भूल करने के मूड में नहीं हैं उसे अच्छी तरह एहसास हो चुका हैं की सिंधिया को खोकर उनको कितना नुकसान हुआ था. इलाका पूरी तरह पिछड़ गया और अब जो बाजी हाथ आई हैं उसमें इतिहास बनाकर वोटर सिंधिया को विजय बनाना चाहता हैं. हालाकि कांग्रेस भी ये बात जानती हैं इसलिए वह सिंधिया के विजई वोटों में कमी लाने की जुगत में जान पड़ रही हैं.

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