
माझी समाज किसी की बपौती नहीं है: विक्रम सिंह केवट
शिवपुरी। "माझी समाज किसी की बपौती नहीं है," राष्ट्रीय एकलव्य सेना सामाजिक संगठन इकाई म.प्र. के प्रदेशाध्यक्ष एवं gov.of india के ex.tac membar श्री विक्रम सिंह केवट (आसपुर) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि माझी समाज किसी एक व्यक्ति विशेष की बपौती नहीं है! जो उसे अपने तरीके से चला (हांक) सके! समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपना भला-बुरा अच्छी तरह से समझता है! अब समाज को और अधिक बरगलाया नहीं जा सकता है!मध्यप्रदेश में माझी समाज का लगभग 60 लाख वोट है!जो समाज के लोग अपने स्व विवेक से समाजहित में अपने वोट का उपयोग करेंगे!उक्त कथन राष्ट्रीय एकलव्य सेना इकाई मध्यप्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष श्री विक्रम सिंह केवट (आसपुर) ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दिए!श्री केवट ने आगे विज्ञप्ति में कहा है कि कुछ समाज के कथाकथित नेताओं का कहना बिल्कुल हास्यपस्द है कि मध्यप्रदेश में माझी समाज कांग्रेस के शासनकाल में 90 फ़ीसदी बर्बाद हुआ था!जबकि हकीकत तो यह है कि कांग्रेस के शासनकाल में माझी समुदाय को शासनादेश दिनांक 13 अक्टूबर 1993 एवं 07 सितंबर 1998 आदि के तहत संरक्षण दिया गया था!आज इन्हीं शासनादेशों की वजह से मध्यप्रदेश में लगभग 50.000 (पचास हजार) समाज के लोग दैनिक वेतन भोगी,चतुर्थ श्रेणी से लेकर प्रथम श्रेणी अधिकारी तक की शासकीय सेवा में लगे हुए हैं!परंतु वर्तमान भाजपा सरकार के शासनकाल में उक्त अधिकारी, कर्मचारियों के बच्चों के साथ ही समाज के लोगों को माझी अनुसूचित जनजाति के जाति प्रमाण पत्र नहीं दिए जाकर शासकीय सेवा में भी नहीं लिए जा रहे हैं!उक्त अधिकारी,कर्मचारियों सहित समाज के लोगों को कई प्रकार से प्रशासन द्वारा परेशान भी किया जा रहा है!जिससे अधिकारी,कर्मचारी सहित समाज के लोग कई कठिनाइयों से जूझ रहे हैं!श्री केवट ने आगे कहा है कि अपितु मध्यप्रदेश शासन ने जिन माझी समाज के लोगों को माझी अनुसूचित जनजाति से शासकीय नौकरी दी है,उन्हीं के संबंध में स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि भाजपा शासनकाल में बाप माझी है-किंतु बेटा माझी नहीं है!जबकि माझी जाति को मध्यप्रदेश शासन की अनुसूचित जनजाति की सूची के सरल क्रमांक 29 पर संपूर्ण मध्यप्रदेश के लिए अनुसूचित जनजाति मान्य कर आरक्षण संबंधी सभी प्रकार की सुविधायें एवं शासकीय योजनाओं का लाभ देने के लिए दर्ज की गई है!फिर भी मध्यप्रदेश शासन-प्रशासन द्वारा माझी समाज के लोगों को आरक्षण संबंधी अनुसूचित जनजाति की पूर्ण रूप से सुविधा नहीं दी जा रहीं हैं!इसलिए मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार माझी समाज को गुमराह कर उसके साथ छलावा एवं धोखा कर रही है!यह तो गरीब,उपेक्षित एवं पीड़ित समाज के साथ सरेआम अन्याय है!शौर्य वीर एकलव्य की जय हो-वीरांगना फूलन देवी अमर रहे!

सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें