दरअसल इंदौर में 10वीं के छात्र की फांसी लगने से मौत हो गई। घटना के दौरान वह घर में अकेला था और मोबाइल पर बात करते-करते अपनी फ्रेंड को 'अप्रैल फूल' बना रहा था। इसके लिए उसने फंदा लगाते हुए वीडियो कॉल किया। बातचीत के दौरान गलती से स्टूल फिसल गया और वह फंदे पर ही लटका रह गया।
शाम को जब बड़ा भाई घर पहुंचा तो छोटे भाई अभिषेक रघुवंशी (18) को फांसी पर लटका देखा। परिजन और पुलिस को सूचना दी। मामला सोमवार का है। पुलिस को मौके पर अभिषेक के मोबाइल पर वीडियो कॉल के लिए कैमरा चालू मिला। हालांकि, दूसरी तरफ से कॉल कट किया जा चुका था। इसके आधार पर मंगलवार को पुलिस ने गलती से फांसी लगने के पॉइंट्स पर जांच आगे बढ़ाई है।
अभिषेक के पिता कैलाश रघुवंशी इंदौर कलेक्ट्रेट में एसडीएम के ड्राइवर हैं। परिवार
मल्हारगंज थाना इलाके के कंडीलपुरा में रहता है। कैलाश के तीन बेटे हैं। अभिषेक सबसे छोटा बेटा था। बड़ा बेटा शहर से बाहर रहता है।
माता-पिता और भाई घर से बाहर गए थे
सोमवार को कैलाश पत्नी समेत घर से बाहर गए थे। मंझला बेटा मोटरसाइकिल की सर्विसिंग कराने मैकेनिक शॉप पर गया था। लौटा तो घटना का पता चला।
एडीशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया, 'पुलिस को पहले लगा था कि मामला सुसाइड का है। जांच के दौरान पता चला है कि अभिषेक किसी को मोबाइल पर कॉल कर कह रहा था कि वह सुसाइड कर रहा है। उसने गले में फंदा लगाया और स्टूल पर खड़ा हो गया। इस दौरान स्टूल खिसक गया। हमें शक है कि अभिषेक ने जिसे कॉल किया था, वह कोई लड़की है।'
उन्होंने कहा कि जिस कमरे में घटना हुई है, उसे फिलहाल सील कर दिया गया है। भाई द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पॉइंट्स नोट किए हैं। आगे की जांच की जा रही है।

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