शिवपुरी। वनस्थली विद्यापीठ के 40 वें दीक्षांत समारोह मे, शिवपुरी निवासी श्री के. के मिश्रा और अनिता मिश्रा की सुपत्री अनुजा मिश्रा जो की गत 10 वर्षो से मथुरा मे स्थित विश्वविद्यालय मे असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है, डॉक्टरेट की उदाधि से भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ द्वारा सम्मानित किया गया.
कच्चा तेल मुख्यतः हाइड्रोकार्बन से बना होता है। यही कारण है कि पेट्रोलियम उत्पादों को पर्यावरण के लिए मुख्य प्रदूषक माना जाता है। यह विभिन्न विषैले प्रभाव पैदा कर सकता है। इस समस्या को हल करने के लिए डॉ. अनुजा ने कुल 6 बैक्टीरिया की पहचान की जो पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन की जटिल संरचना को ख़राब कर सकते हैं और इसे सरल और कम विषैले में बदल सकते हैं जो कि पर्यावरण को काम नुक्सान देगा डॉ. अनुजा के 6 बैक्टीरिया नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी (एन.सी.बी.आई) पर सबमिट हैं। अपने शोध के दौरान डॉ. अनुजा ने अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाएं, शोध पत्र भी प्रकाशित किए या कुछ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भी भाग लिया।
डॉ. अनुजा अपनी सफलता का श्रेया के.के. मिश्रा (पिताजी), अनिता मिश्रा (मां), पी.के. मिश्रा (ससुर), अलका मिश्रा (सास), प्रतीक मिश्रा (पति), अनुज (भाई) और अनुज मिश्रा (देवर), और Manishk Mishra (बेटा) और सभी दोस्तों और रिश्तेदारों को देना चाहते हैं।

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