डीजे और आतिशबाजी को लेकर हुआ विवाद
बारातियों का आरोप है कि पाल समाज के कुछ लोग बारात में आए और डीजे बंद करने को लेकर दबाव बनाने लगे। जब डीजे बंद नहीं किया। इससे पाल समाज के लोग भड़क
गए। उन्होंने दूल्हे ब्रजेश जाटव के ऊपर धूल-मिट्टी फेंक दी। इसके बाद पाल समाज के कई लोग हाथ में लाठी-डंडे लेकर आये और बारातियों के साथ मारपीट करने लगे। पाल सामाज के लोगों ने दूल्हे को भी घोड़ी से उतार कर उसे बेइज्जत किया।
पाल समाज के लोगों द्वारा बारात में साथ चल रहे वाहनों में भी तोड़फोड़ कर दी। जाटव समाज के लोगों ने दो बार बारातियों के साथ मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। वहीं पाल समाज के लोगों ने बारातियों पर आरोप लगाए कि बारात में आतिशबाजी चलाई जा रही थी। जिससे उनके मवेशियों में भगदड़ मच गई थी। जब बारातियों से आगे जाकर आतिशबाजी चलाने की बात कही तो बारातियों ने मारपीट करना शुरू कर दिया था। (देखिए वीडियो, सुनिए दास्तान)
फेरे लेने से पहले पुलिस चौकी के सामने धरने पर बैठे दूल्हा-दुल्हन
झगडे में बाद गांव में दहशत का माहौल हो गया था। इस बीच पाल समाज के लोगों ने रात में ही पिछोर थाना पहुंचकर ऑनलाइन दूल्हा पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया था। जबकी एफआईआर होने की जानकारी दूल्हा-दुल्हन पक्ष को सुबह लगी। इसके बाद बाराती और घराती दूल्हा-दुल्हन को लेकर आज शनिवार की सुबह 6 बजे हिम्मतपुर पुलिस चौकी पर पहुंच गए। जहां दूल्हा ब्रजेश जाटव-दुल्हन प्रियंका को चौकी के सामने कुर्सी पर बैठाकर धरना शुरू कर दिया। उनके द्वारा पाल समाज के लोगों पर तत्काल मामला दर्ज करने की मांग की गई।
करीब दो घंटे तक दूल्हा-दुल्हन के साथ घराती-बराती धरने पर बैठे रहे। इसके बाद पुलिस दूल्हा-दुल्हन पक्ष के कुछ लोगों को पिछोर थाने लेकर पहुंचे और एफआईआर दर्ज की, इसके बाद दूल्हा-दुल्हन के साथ घराती-बराती धरने से हटने को राजी हुए।
पुलिस की मौजूदगी में हुई शादी
धरने से हटने के बाद दूल्हा पक्ष ने सुरक्षा की मांग पुलिस से की थी। इसके बाद कुछ पुलिस कर्मियों को शादी के मंडप में पहुंचाया गया। इसके बाद शादी हुई। इस झगड़े में पुलिस ने पाल समाज के सज्जन सिंह पुत्र वीर सिंह की शिकायत पर शैलेन्द्र जाटव और कुछ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं जाटव समाज के मनीष पुत्र अमान सिंह जाटव की शिकायत पर वीर सिंह पाल, जाहर सिंह पाल, जगभान पाल, संजीव पाल, मनोज पाल और गोलू पाल के खिलाफ आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
दोनों पक्षों के खिलाफ केस दर्ज
इस मामले में हिम्मतपुर चौकी प्रभारी विनोद यादव का कहना है कि जाटव समाज के लोग चौकी पर ऑनलाइन एफआईआर की मांग पर अड़े हुए थे। जबकि ऑनलाइन एफआईआर पिछोर थाने में दर्ज होती है। जब उन्हें इस बात की जानाकरी दी गई थी। इसके बाद उन लोगों ने पिछोर थाने में पहुंचकर एफआईआर दर्ज करा दी थी। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।

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