पहले समझा शॉर्ट सर्किट से भड़की आग
शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने का अंदेशा जताया जा रहा था, लेकिन CCTV फुटेज ने सच्चाई सामने ला दी। जब देर रात दो संदिग्ध नकाबपोश युवक कलेक्ट्रेट परिसर में जाते दिखाई दिए। वे खिड़की से पेट्रोल डालते और आग भड़कने पर भागते नजर आ रहे हैं।
वीडियो रात 12.18 बजे का है। एक युवक की पीठ पर बैग टंगा हुआ दिखाई दे रहा है। युवक शिकायत शाखा के पिछले हिस्से की खिड़की पर पहुंचते हैं, जहां बोतल में भरकर लाए पदार्थ को खिड़की से अंदर डालते हैं फिर माचिस से आग लगाते हैं। जैसे ही तेज धमाका हुआ, दोनों बदमाश भाग गए।जिस तेजी से आग लगी उससे पेट्रोल होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
कलेक्टर-एसपी ने देखे CCTV फुटेज
मामले में कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी का कहना है कि दो युवक CCTV में कैद हुए हैं, जिन्होंनेआग लगाई है। एसपी अमन सिंह राठौड़ ने भी वीडियो देखा है। पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है।
जांच में होगा खुलासा आखिर कितना नुकसान
कलेक्टर ने यह भी बताया कि आग नाजिर के स्टोर रूम और नजूल के कुछ हिस्सों में लगी है। भू-अर्जन के हमारे रिकॉर्ड सुरक्षित हैं। कुछ रिकॉर्ड हमारा ऑनलाइन है, जिसे ले सकते हैं। हम एडीएम की अध्यक्षता में एक टीम बनाएंगे जो पूरे मामले की जांच करेगी। किस-किस रिकॉर्ड का नुकसान हुआ है, यह तो पूरी पड़ताल के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाना पड़ा
सुबह 5 बजे कलेक्ट्रेट परिसर के कई कमरों में धुआं उठा तब किसी ने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी। इसके बाद मौके पर पहुंचे संबंधित अधिकारियों ने नगर पालिका की फायर बिग्रेड, पानी के टैंकर को बुलाकर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया। आग पर काबू पाने के लिए एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया। सुबह 8 बजे तक आग पर काबू पाया गया।
आखिर किस फाइल के फेर में लगवाई आग
दो युवकों के सीसीटीवी में कैद होने फिर आग लगाने से ये तो साफ हो गया की ये काम किसी ने सुपारी देकर करवाया हैं। जिसे डर हैं की फाइल खुली तो गड़बड़ होगी इसलिए पूरा रिकॉर्ड आग के हवाले करने की साजिश रची। लेकिन सीसीटीवी ने पूरे मामले में यू टर्न ला दिया।
कोतवाली पुलिस जुटी युवकों की तलाश में
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