शिवपुरी। ये तस्वीर शहर के न्यु ब्लॉक इलाके की हैं, लेकिन शहर की अधिकांश सड़कों पर आपको ये ही नजारे देखने को मिलेंगे। जिससे दुर्घटना होती हैं। लोगों के साथ पशु भी घायल होते हैं लेकिन इस बात की परवाह किसी को नहीं हैं। इनमें से अधिकांश गाय उन पशु प्रेमियों की हैं जिनको गाय का दूध अमृत लगता हैं और कुछ भी हो जाए वे गाय जरूर पालते हैं लेकिन हैसियत होने के बाद भी इन गाय को घर पर रखकर चारा, सानी, पानी नहीं देते बल्कि सुबह शाम दूध दोहने के बाद उनको गलियों, सड़कों पर छोड़ देते हैं। आप पूछेंगे तो कोई भी एक इंसान इन गाय का मालिक अपने को नहीं बताएगा लेकिन अगर नपा की ट्रॉली और पशु पकड़ने वाली टीम आ जाए तो यही गाय देखते देखते घरों में बांध ली जाती हैं। फिर वे कीचड़ का पानी पिए, गली, सड़ी सब्जियां खाएं, झूठे दोने पत्तल चाटें या कुछ भी अपशिष्ट पदार्थ का सेवन करें लेकिन मालिक को कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन जरा सोचिए गाय जो दिन भर लोगों की प्रताड़ना झेलकर सड़कों गंदगी में खाती पीती हैं उनके दूध की शुद्धता का क्या पैमाना होगा। क्या आप रोगी नहीं बन रहे। जरा विचार कीजिए और गो माता को घरों में रखकर उनकी सेवा कीजिए तब गाय के दूध का सेवन कीजिए। न की सड़कों पर लोगों की परेशानी बढ़ाकर या गायों को धूप, गर्मी में भूख प्यास से जद्दोजहद करने के लिए छोड़कर।
नपा टैग लगाकर कराए सर्वे, ठोके जुर्माना
नपा को चाहिए की वह इन पशुओं का सर्वे करवाए, टैग लगवाए, फिर देखे सड़कों पर किसकी गाय नजर आती हैं जिनकी हों उन पर जुर्माना ठोका जाए।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें