पत्नी थी इंदौर, एचसी मोहन सिंह ने भेजी एंबुलेंस
जब एडवोकेट गजेंद्र ने बताया की जब उन्होंने फोन लगाया तो उनकी पत्नी ने उठाया। बोली मैं इंदौर हूं अभी निकलती हूं। इधर जब सीआरपीएफ कैंप में सूचना दी तो एचसी मोहन सिंह ने तत्काल एंबुलेंस घटना स्थल भेजी। बाद में घायल जेपी गौड़ को सिद्धि विनायक अस्पताल ने भर्ती करवाया।
हेलमेट ने बचाई इंजुरी
ज्यादातर दुर्घटना में हेड इंजुरी से मरीज की मौत हो जाती हैं लेकिन उक्त दुर्घटना में जब कोई अज्ञात वाहन ने सीआरपीएफ जवान को टक्कर मारी तो वे हेलमेट लगाए थे जिससे बाल बाल बच गए। घटना में उनके सर पर मामूली खरोंच आई जबकि हेलमेट कुछ दूरी पर पड़ा था। धमाका टीम अपने सभी पाठकों से हेलमेट लगाने का अनुरोध करती हैं। साथ ही एडवोकेट गजेंद्र सिंह यादव को मानवता का फर्ज निभाने को लेकर उनका लाख लाख शुक्रिया अदा करती हैं।

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