Responsive Ad Slot

Latest

latest

धमाका बड़ी खबर: एनएचएआई की गंभीर लापरवाही, ग्वालियर निवासी दंपत्ति अभिषेक की कार टकराई सड़क किनारे उखड़ी पड़ी लोहे की रेलिंग से, महिला के प्राइवेट पार्ट में जा घुसी रेलिंग, महिला आगे से पीछे का कांच तोड़कर सड़क पर फिकी, कार भी दूसरी दिशा में पहुंची, वरदान बनी एंबुलेंस 108 ने उपचार देकर घायल पति पत्नी को करवाया अस्पताल में भर्ती

बुधवार, 5 जून 2024

/ by Vipin Shukla Mama
Gwalior ग्वालियर। शिवपुरी ग्वालियर फोरलेन पर आज एनएचएआई की गंभीर लापरवाही एक बार फिर सामने आई हैं। कई सालों से सड़क किनारे उखड़ी पड़ी लोहे की रेलिंग ने एक दंपत्ति को मौत के मुहाने तक ले जाकर गंभीर हालत में छोड़ दिया है। बता दें की ग्वालियर के विनय नगर सेक्टर नंबर चार निवासी अभिषेक शर्मा और उनके पत्नी सोनम शर्मा आज ग्वालियर से भोपाल के लिए ऑल्टो कार में सवार होकर निकले थे। इसी दौरान निर्मल ढाबे के ठीक सामने सड़क किनारे लगी रेलिंग से टकरा कर ऑल्टो कार सवार दंपत्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। कुछ देर पहले हुई इस दुर्घटना की भयावहता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता हैं की कार सवार महिला के प्राइवेट पार्ट में रेलिंग जा घुसी और महिला एक झटके में अगली सीट से उछलकर पिछला कांच तोड़ते हुए सड़क पर जा गिरी। ठीक इसी तरह कार रेलिंग में घुसी तो रेलिंग तिरछी हुई और कार को एक झटके में सड़क के दूसरे किनारे पर पहुंचा दिया। 
वरदान बनी 108 एंबुलेंस ने तत्काल प्राथमिक उपचार देकर भर्ती करवाया अस्पताल
आपको बता दें की सुबह का वक्त था और दोनों दंपत्ति घायल पड़े थे जिनको जरा देर से इलाज मिलता तो उनकी जान जा सकती थी। ठीक इसी समय मोहना थाने की एंबुलेंस 108 वरदान बनी और पायलेट रवींद्र सिंह भदौरिया जो ईएमटी मुकेश भारद्वाज के साथ एक पेट दर्द के मोहना से रेफर मरीज को लेकर ग्वालियर जा रहे थे। रास्ते में कार देखकर रुके और लोगों की मदद से गंभीर घायल महिला की सुध ली। महिला को सीपीआर देकर किसी तरह होश में लाए फिर उपचार देकर जयारोग्य अस्पताल में भर्ती करवाया जहां महिला की हालत गंभीर बनी हुई हैं। 
दूसरी एंबुलेंस 108 आई ग्वालियर से
इधर एक रेफर और दूसरी महिला को लेकर रवींद्र सिंह तत्काल ग्वालियर निकले। क्योंकि अभिषेक होश में थे। जिसके बाद मेडिकल कॉलेज लोकेशन की ग्वालियर से आई दूसरी एंबुलेंस 108 ने घायल अभिषेक को मेडिकल कॉलेज भर्ती करवाया। उसे एंबुलेंस 108 के पायलेट राम लखन और ईएमटी केके पाल ने अस्पताल में भर्ती कराया। कुल मिलाकर इस गंभीर हादसे में घायल दंपत्ति को मौके पर पहुंच कर मोहना 108 पायलेट रविंद्र सिंह भदोरिया, emt मुकेश भारद्वाज और दूसरी 108 मेडिकल कॉलेज ग्वालियर के ईएमटी केके पाल और पायलट रामलखन ने मौके पर पहुंचकर जान बचाई और प्राथमिक उपचार दिया।
सालों से टूटी हैं ये रेलिंग, शिवपुरी के मोबाइल व्यवसाई की इसी तरह चली गई थी जान
शिवपुरी ग्वालियर फोरलेन पर बीते कई सालों से सड़क किनारे लगी ये रेलिंग इसी तरह टूटी हुई हैं। लेकिन न तो टोल कंपनी और नही एनएचएआई इसको ठीक करवाती। जिसके नतीजे में अब तक कई जान जा चुकी हैं। शिवपुरी के एक मोबाइल व्यवसाई कई साल पहले ग्वालियर पेपर दिलवाने जाते समय ऑल्टो से इसी जगह रेलिंग में जा घुसे थे। उनके सीने से रेलिंग आर पार हो गई थी और मौके पर ही मौत हुई थी। लेकिन तब भी मोटी चमड़ी के एनएचएआई अधिकारियों की तंद्रा नहीं टूटी।
डॉक्टर उपाध्याय ने रेलिंग में फसे बेल की रात दो बजे बचाई थी जान
शिवपुरी के आयुर्वेद डॉक्टर अशोक उपाध्याय ने बीते दिनों ग्वालियर से शिवपुरी आते समय रात दो बजे अपनी कार रोककर एक बेल की जान बचाई। डॉक्टर ने देखा की एक बेल गर्दन फसाए रेलिंग के पास खड़ा हैं। तब पास के मंदिर से कुछ लोगों को बुलवाकर रस्से की व्यवस्था की फिर उस बेल को किसी तरह सुरक्षित निकलवाकर शिवपुरी लौटे थे। रेहट इलाके की टूटी रेलिंग में ये बेल सड़क पार करते समय फस गया था। 
शिवपुरी ग्वालियर के बीच दो दो टोल, रुपए 40 से 150 हो गया टोल, लेकिन सड़क में ठिकड़े, गड्ढे, टूटी रेलिंग यात्रियों की ले रही जान
आपको बता दें की शिवपुरी के पणिहार और मुडखेड पर दो दो टोल स्थित हैं। शुरुआत 40 रुपए टोल से हुई थी। लेकिन आज 150 रुपए टोल सिर्फ 50 किमी हिस्से के लिए एक टोल पर देना पड़ रहा हैं। दोनों टोल पर एक तरफ से तीन सो रुपए लेकर भी टोल कंपनी ने आज तक शिवपुरी ग्वालियर फोरलेन पर नवीन डामरीकरण नहीं किया। दिलीप सूर्यवंशी ग्रुप ने जो सड़क बनाकर पहली बार में दी उसका टोल कई कंपनियों ने वसूला और टोल छोड़कर चली बनी लेकिन आज तक नवीन डामरीकरण नहीं किया गया। उनकी सड़क की हालत इतनी खराब हैं की लग्जरी कारों को छोड़कर ऑल्टो, बलेनो, पच जेसी छोटी कारें सड़क पर दुर्घटना का शिकार हो रही हैं। इसकी वजह हैं की टोल कमनियों ने अपनी जिमेंदारी से मुंह फेरकर जगह जगह ठिगड़े लगा दिए जिन पर कार उचकती हैं और सड़क से नीचे फिल जाती हैं। कई स्थानों पर गड्ढे हैं। ऊपर से लोहे की जानलेवा टूटी पड़ी रेलिंग जो कई किमी दोनों सड़क किनारे मौत को बुलावा देती जान पड़ती हैं। 














कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129