Responsive Ad Slot

Latest

latest

धमाका बड़ी खबर: "शिवपुरी के अभागे कुँवारे", "धड़ीचा प्रथा की तर्ज पर" "शादी कराने वाली गैंग ने कर डाला शिवपुरी के एक दूल्हे का मर्डर", "कुसूर इतना था कि दो दिन बाद दुल्हन फरार हुई तो 1.5 लाख वापस मांगने गया था दूल्हा, मिली मौत", एक और घटना पहले घटी शिवपुरी में, पढ़िए "धमाकेदार खबर"

मंगलवार, 18 जून 2024

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। जिले में कुँवारे युवकों की संख्या तेजी से बढ़ रही हैं। खासकर उच्च वर्ग के युवक हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। कई मध्यम वर्ग और यहां तक कि सेठों के लडके समय रहते शादी नहीं कर पा रहे जिसके नतीजे में उन्हें आउट पिच पर गेंद डालनी पड़ रही है जिसके नतीजे में एक गैंग भी सक्रिय हो गई हैं जिसे अच्छी तरह मालूम हैं की युवकों की शादी नहीं हो रही। इसी के चलते ये गैंग अपना जाल फैलाती हैं और बाकायदा धड़ीचा प्रथा की तर्ज पर युवती दिखाने के बाद, लेन देन कर स्टांप पर लिखा पढ़ी कर फेरे भी लिए जाते हैं लेकिन एक दो दिन में ही लुटेरी दुल्हन फरार हो जाती हैं। कुछ दूल्हे बदनामी के डर से खामोशी से दुल्हन की फरारी सहन कर लेते हैं लेकिन कुछ उसे प्रतिष्ठा का विषय मानकर दुल्हन की खोज में निकल पड़ते हैं। ठीक इसी तरह का ये मामला हम आपके लिए लेकर आए हैं जिसमें शादी के दो दिन सुख देने के बाद दुल्हन दुख देकर भाग निकली। दूल्हे को ये नागवार गुजरा तो वह शादी कराने वाले एजेंट बनाम गैंग से मिला और डेढ़ लाख की मांग कर डाली, लेकिन रूपयों के बदले में उसकी हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं शातिर गैंग ने दूल्हे को लगभग मौत के मुंह में डालकर उसकी बॉडी रेलवे ट्रेक पर रख दी। लेकिन गनीमत रही की लोको पायलट ने ट्रेन के हॉर्न पर भी युवक को हिलते डुलते नहीं देखा को पुलिस को खबर की। पुलिस ने उसे अस्पताल भर्ती कराया लेकिन बदनसीब दूल्हे ने अस्पताल जाकर दम तोड़ दिया। पुलिस ने लावारिश समझ लाश गड़वा दी लेकिन उसके भाई ने राज फाश कर डाला और इस तरह पुलिस के हाथ एक बड़ा मामला आ चुका था। आइए पढ़िए ये धमाकेदार खबर। दरअसल मप्र में शादी कराने की आड़ में ठगी करने वाले गैंग ने एक दूल्हे की हत्या कर दी। अब तक शादी कराने वाले गिरोह के काम करने का तरीका रहा है कि गिरोह पैसे लेकर कुंवारों की शादी कराता है। शादी के चंद दिनों बाद प्लानिंग के तहत लड़की जेवर और पैसे लेकर फरार हो जाती है। पीड़ित जब पैसे वापस देने की मांग करते हैं तो गिरोह दहेज उत्पीड़न की धमकी देकर उन्हें चुप करवा देता है। लेकिन, शिवपुरी में इस गैंग ने अपने इस पैतरे के फेल होने पर पहली बार हत्या की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, दुल्हन अभी फरार है।पुलिस पड़ताल में ये भी खुलासा हुआ कि एक साल पहले ही इस गैंग ने एक महिला से उसके बेटे की शादी के एवज में डेढ़ लाख रु. ठगे थे।
दफन मुर्दे को खुदवाकर निकलवाया तो खुला राज
आपको बता दें की 9 जून को शिवपुरी कोतवाली क्षेत्र में एक 40 वर्षीय युवक रेलवे ट्रैक पर मरणासन्न हालत में मिला था। उसे मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में भर्ती कराया गया। जहां देर रात उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने दो दिन के इंतजार के बाद लावारिस मानते हुए शव को दफन कर दिया। लेकिन 12 जून को नरैयाखेड़ी गांव के रहने वाला पप्पू रावत अपने रिश्तेदारों के साथ शिवपुरी एसपी ऑफिस पहुंचा। उसने बताया कि उसका भाई नंदकिशोर उर्फ हल्के रावत 8 जून से लापता है। एसपी ऑफिस से परिजनों को शिवपुरी कोतवाली भेजा गया। वहां पुलिस ने उन्हें 9 जून को रेलवे ट्रैक पर मिले युवक की फोटो दिखाई। परिजनों ने उसकी पहचान हल्के रावत के रूप में की। तब शिवपुरी कोतवाली पुलिस ने एसडीएम अनूप श्रीवास्तव से अनुमति लेकर 14 जून को शव कब्र से निकलवाया और परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पप्पू ने कहा, गैंग ने 1.5 लाख रु. लेकर कराई थी शादी, दो दिन बाद दुल्हन गायब
पप्पू रावत ने बताया कि उसके बड़े भाई नंद किशोर उर्फ हल्के रावत की शादी नहीं हो रही थी। गांव के वृंदावन शर्मा, राधेश्याम शर्मा, ब्रह्मा शर्मा, सतीश शर्मा व जगदीश रावत और सुमेड़ निवासी महेंद्र शर्मा ने हल्के की शादी कराने का प्रस्ताव रखा। बोले- 1.50 लाख रुपए लड़की वालों को देने होंगे, वो शादी करा देंगे। हल्के और उसके परिवार वाले तैयार हो गए। 5 अप्रैल 2023 को आरोपियों ने हल्के और उसके परिवार वालों को पुराना बस स्टैंड शिवपुरी स्थित एक होटल में बुलाया गया।
वहां आरोपियों ने एक युवती, एक महिला और एक युवक से मिलाया। युवती का परिचय दुल्हन पिंकी के रूप में कराया। महिला को उसकी मां व युवक को उसका भाई बताया गया। आरोपियों ने पहले शपथ पत्र पर दोनों की शादी संबंधी बातों की लिखा-पढ़ी कराई। इसके बाद होटल में शादी की रस्में निभाई गई। शादी के बाद हल्के पिंकी को लेकर घर लौट गया। दो दिन बाद 7 अप्रैल को महेंद्र शर्मा ने अपने बेटे के जन्मदिन का हवाला देकर पिंकी को घर बुलवाया। वहीं से पिंकी गायब हो गई। पप्पू रावत के मुताबिक पिंकी के गायब होने पर कुछ दिन तक तो वे अलग-अलग बहाने करते रहे। फिर बोले कि वह साथ नहीं रहना चाहती। हल्के रावत ने पैसे लौटाने के लिए कहा तो वे समय मांगने लगे। इसके बाद साल भर तक वे अलग-अलग बहाने कर पैसे देने में आनाकानी करते रहे। 7 जून को हल्के को आरोपियों ने पैसे देने के लिए शिवपुरी बुलाया था। वहां पैसे नहीं दिए, उलटे शिवपुरी बस स्टैंड पर सभी 6 आरोपियों ने मारपीट की। हल्के वहां से मामा के घर दरौनी चला गया। मां रामकली बाई को इसके बारे में बताया था। 8 जून को हल्के आरोपियों से पैसे लेने के लिए दर्रोनी से निकला था। 8 जून को भी हल्के रावत के साथ मारपीट की गई। 9 जून की रात में हल्के अचेत हालत में रेलवे ट्रैक शिवपुरी में पड़ा था। ट्रेन पायलट विनोद राठौर कोतवाली पुलिस को इसकी सूचना फोन पर दी। बताया कि हार्न बजाने पर भी उक्त युवक नहीं उठा था। उसे गंभीर हालत में शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसी रात हल्के की मौत हो गई थी। पीएम रिपोर्ट में उसके शरीर पर काफी जगह चोटें और पसली फ्रैक्चर होने का उल्लेख किया गया है। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में हत्या व शव छुपाने का प्रकरण दर्ज करते हुए वृन्दावन शर्मा, ब्रह्मा शर्मा व सतीश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि राधेश्याम शर्मा, महेन्द्र शर्मा, व जगदीश रावत फरार हैं। 
करोंदी कॉलोनी शिवपुरी निवासी मिथलेश शर्मा के बेटे के साथ भी हुई यही कहानी, दुल्हन फरार
इसी तरह की ठगी एक साल पहले करोंदी कॉलोनी शिवपुरी निवासी मिथलेश शर्मा के बेटे के साथ भी हुई थी। उसने शिवपुरी कोतवाली थाने में इसकी एफआईआर 1 जून 2023 को दर्ज कराई थी। तब शादी के 13वें दिन दुल्हन जेवर-पैसे लेकर फरार हो गई थी। उसके भागने के फुटेज वहां लगे सीसीटीवी में कैद हुए थे। मामले में पीड़ित मिथिलेश शर्मा के अनुसार मिथिलेश शर्मा के पति अशोक शर्मा का निधन हो चुका है। वह घरों में खाना बनाने का काम करती हैं। उनके दो बच्चे हैं। बड़ा सोनू शर्मा और छोटा बेटा दिव्यांग है। सोनू शर्मा की शादी नहीं हो रही थी। ऐसे में उसने शादी कराने वालों से संपर्क साधा। उसकी मुलाकात अवंतिका नगर कॉलोनी में किराए से रह रहे महेंद्र शर्मा व सतीश शर्मा से हुई। दोनों ने आश्वस्त किया कि उसके बेटे की शादी करा देंगे, लेकिन डेढ़ लाख रुपए का खर्च आएगा। मिथिलेश शर्मा ने बताया कि उसने एक-एक पाई कर ये पैसे जोड़े थे। सोचा कि बेटे का घर बस जाएगा। विश्वास कर उक्त रकम दोनों को दे दिए। दोनों ने बिलासपुर छत्तीसगढ़ से आए 4 लोगों से मिलवाया। इसमें दुल्हन सहित दो अन्य महिलाएं और एक युवक था। लड़की का नाम रोशनी बताया। जबकि एक महिला को उसकी मां व युवक को भाई बताया। आरोपियों ने उसके बेटे सोनू की शादी रोशनी से कराने के लिए नोटरी पर हस्ताक्षर कराए। इस पर रोशनी के कथित भाई ने भी दस्तखत किए थे।
14 अप्रैल को शिवपुरी स्थित छवीले हनुमान जी खूबतघाटी मंदिर में लगभग 20 लोगों के समक्ष शादी की रस्में पूरी हुईं। शादी के बाद रोशनी व सोनू करोंदी कॉलोनी स्थित उसके दूसरे मकान में रहने लगे। 27 अप्रैल की दोपहर पौने दो बजे, जब घर पर कोई नहीं था, तो अचानक रोशनी घर से भाग गई। रोशनी मुंह दिखाई में मिले 4 तोला वजनी चेन, झुमके, चूड़ी, मंगलसूत्र भी समेट ले गई। मिथिलेश शर्मा के मुताबिक रोशनी के भागने की पूरी वारदात घर में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई थी। रोशनी के भागने पर मिथिलेश दोनों दलाल महेंद्र व सतीश शर्मा से मिलने पहुंचीं, तो दोनों कुछ दिन तक पैसे लौटाने का आश्वासन देते रहे। फिर मना कर दिया। थाने में भी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लगभग एक महीने बाद भोपाल के अधिकारियों के निर्देश पर 1 जून 2023 को शिवपुरी कोतवाली ने महेंद्र, सतीश शर्मा व रोशनी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया था। 
गालियों में दक्ष होती हैं युवती
जो युवतियों को इस तरह की फर्जी शादी में इस्तेमाल किया जाता हैं वे गालियां देने में माहिर होती हैं। शराब की शौकीन होती हैं। यही कारण होता हैं की जब दो चार दिन में वे अपनी ओकात पर आती हैं तो युवक और उसके परिजन खुद उससे पीछा छुड़ाने में जुट जाते हैं। महिला की फरियाद पहले सुनी जाने के डर से वे उल्टे रूपए देकर उस युवती से अपना पिंड छुड़ाते हैं। नगर के कुछ धन्ना सेठों के साथ ऐसा हुआ तो उन्होंने यही किया और ठंडी सांस लेकर बोले, जान बची तो लाखों पाए। 
              ये बोले कोतवाली टी आई
महेंद्र व सतीश शर्मा ने पहले सोनू की शादी करवाई फिर हल्के रावत हत्याकांड में भी शामिल हैं। उक्त दोनों ने हल्के की शादी भी इसी तरह से कराई थी। हत्या के प्रकरण में कुछ और तथ्य सामने आए हैं। उसकी जांच चल रही है। रोहित दुबे, टीआई, कोतवाली, शिवपुरी
आइए जान लीजिए क्या हैं 
धड़ीचा प्रथा
दरअसल बहुत पहले तक शिवपुरी जिले में पत्नी किराए पर मिला करती थीं। इसमें स्टांप पर लिखा पढ़ी होती थी और तय समय के लिए युवती साथ रहती थी। उसके बदले उसे रूपए दिए जाते थे। वह चाहे तो तय अवधि के पहले ही या फिर अवधि के बाद किसी दूसरे व्यक्ति के साथ रहने चली जाती थी। बेशक यह कोई कानूनी मान्यता का खेल नहीं था लेकिन फिर भी हत्या तक की नौबत कभी देखने सुनने नहीं मिली। 















कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129