Gwalior ग्वालियर। हाल ही में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद शनिवार की शाम से एग्जिट पोल भी आ रहे हैं और कल 4 जून को तो । ज्यादातर एग्जिट पोल में भाजपा को प्रचण्ड बहुमत मिलने की बात कही गई है। ग्वालियर के माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड सांइसेज के प्रोफेसर अरुण कुमार वाधवानी ने भी ग्रहों की चाल और एआई के प्रयोग को आधार बनाते हुए भविष्यवाणी की है। उन्होंने भी चुनाव में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने की बात कही है। उनके आंकलन से भाजपा को 389 से 408 तक सीटें मिलने की उम्मीद है। डॉ. वाधवानी के इस पूर्वानुमान को लेकर रिसर्च पेपर अंतर्राष्ट्रीय जर्नल ऑफ ज्योतिष रिसर्च-वेदचक्षु में भी प्रकाशित हो चुका है।
उनके पूर्वानुमान के आधार क्या हैं, इस पर ग्वालियर के जाने-माने ज्योतिषी एवं खगोलविद् ब्रजेन्द्र श्रीवास्तव ने उनसे बातचीत की है। प्रस्तुत है इसके प्रमुख अंश-
सवाल- आपकी चुनावी भविष्यवाणी के कृत्रिम बौद्धिकता मॉडल का आधार क्या है?
प्रो. वाधवानीः इसमें चुनाव अवधि में भारतीय ज्योतिष के ग्रहों की पारस्परिक अंशात्मक दूरी को विगत सभी चुनावों और परिणामों के समय की ग्रह स्थिति से प्राप्त डाटा को मनुष्य के मस्तिष्क के स्नायु तंत्र के आधार पर विकसित किए जा रहे आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क की कार्य पद्धति से जोड़ा गया है। इससे जो गणितीय सूत्र या अल्गोरिथम बने हैं उन्हें 2024 के चुनावों की अवधि के ग्रह योगों पर लागू किया गया है।
सवालः जनमत तो सदैव अस्थिर रहता है, इस अस्थिरता को कैसे गणित सूत्र में बांधा गया है?
प्रो. वाधवानीः चंद्रमा मनसो जात पुरुष सूक्त के इस सूत्र के अनुसार चंद्रमा ज्योतिष में भी व्यक्तिगत और सामूहिक मन का कारक है। इसलिए मॉडल से प्राप्त परिणाम में चुनाव की तारीखों में चंद्रमा पर राहु के और गुरु के प्रभाव के अनुसार लगभग 2 से 3 प्रतिशत तक जनमत के नकारात्मक सकारात्मक रुझान के अनुसार घट बढ़ की गुंजाइश रहती है। सवालः आपने इस चुनाव की भविष्यवाणी दिसंबर 2023 में की थी, जिसके अनुसार आपने शासक दल को 379 से 419 सीट का आंकलन रिसर्च जर्नल में किया था। अब जब चुनाव हो चुके हैं, आप अपनी भविष्यवाणी का पुनरीक्षण करना चाहेंगे?
प्रो. वाधवानीः मेरे चुनाव भविष्यवाणी के मॉडल के अनुसार मैने नवंबर 2023 में भविष्यवाणी की थी वह दिसंबर के रिसर्च जर्नल में प्रकाशित हुई थी। उस समय चुनाव की तारीखें ज्ञात नहीं थी उस समय 379 से 419 के बीच शासक दल को सीट मिलने का आंकलन किया गया था। अब मैं चुनाव की तारीखों के आधार पर चंद्रमा के गुरु-राहु से • योग और गति को शामिल करने के बाद इस मॉडल से यह आंकड़ा अब 4 जून 2024 को 389 से 408 के बीच सीट मिलने का हो गया है।
सवालः पिछले आम चुनावों के इस मॉडल के अनुसार परिणाम कैसे देखे और उनका परिशुद्धता प्रतिशत कितना रहा?
प्रो. वाधवानीः सूत्र 1951 से पिछले सभी चुनावों के आधार पर ही विकसित किए - हैं। सार रूप में कहें तो 1989 से 2009 तक - किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला। मॉडल बनाते समय इसके आंकड़े और फिर 1951-52 से 1977 इत्यादि और फिर 2014 से 2019 के चुनाव के समय की ग्रह गतियों को और सीटों के आंकड़ों को अल्गोरिथम बनाते समय ध्यान में रखा गया है। एक रोचक तथ्य यह है मकर पर नेपच्यून ग्रह के गोचर के दौरान किसी दल को बहुमत नहीं मिला।
सवालः आपके एआई और न्यूरल नेट वर्क आधारित इस मॉडल की सफलता का कोई और उदाहरण है?
प्रो. वाधवानीः कोविड 19 महामारी के फैलने के समय इसके समाप्त होने का दिनांक इसी मॉडल के आधार पर दिनांक 28 मई 2023 बताया गया था। शोध पत्र दिनांक 8 मई 2020 में, जो कि शत प्रतिशत सही रहा था। डब्लूएचओ ने भी इसी दिनांक 28 मई 2023 को कोविड 19 समाप्ति की अधिकृत घोषणा की थी।

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