ग्रामीणों ने कहा कि भीषण गर्मी के बीच इन दिनों जमीन का जलस्तर घटने के चलते बोरवैल सहित कुएं-तालाब सूखने की कगार पर आ गए हैं लेकिन यहां गंगा मईया ने अपना करिश्मा दिखाया है। दरअसल
रिजौदा गांव के किसान राजकुमार रघुवंशी ने बताया कि मेरा 50 बीघा का खेत है। हम पानी के आभाव में फसल नहीं कर पा रहे थे। इससे पहले 7 बार बोर लगवाया लेकिन 700 से 800 फीट गहरा करवाने के बाद भी पानी नहीं निकला। इसके बाद शुक्रवार को पूजा पाठ के साथ एक बार फिर बोरवेल कराया था। जिसमें 300 फीट पर मशीन की ड्रिल पहुंचते ही पानी का फव्वारा गंगा माई के रूप में निकला पड़ा। यह फव्वारा जमीन से करीब 35 फीट ऊंचाई तक उठा और करीब 20 तक चलता रहा। बाद में मशीन ने 600 फीट तक गहरा बोर किया। उन्हें आठवीं बार के बोर में भरपूर पानी मिला है।(देखिए भीषण गर्मी में धरती से फूटी जलधारा ऐसे लग रही जैसे सूरज की अगन बुझाकर रहेगी)
दोनों भाइयों पर गंगा माई मेहरबान
ग्रामीणों की माने रिजौदा गांव में जलस्तर बहुत नीचे पहुंच गया है। बोर सूखे ही निकलता है। लेकिन राजकुमार रघुवंशी के परिवार पर ग्रामीण गंगा माई का आशीर्वाद मान रहे हैं। क्योंकि एक महीने पहले राजकुमार रघुवंशी के भाई मुकेश रघुवंशी ने भी अपने खेत में सातवीं बार बोर कराया था। तब भी ऐसा ही फव्वारा निकला था।

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