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धमाका डिफरेंट: "कलेक्टर रवींद्र कुमार बने" "शासकीय उत्कृष्ट स्कूल" में "शिक्षक", "बच्चों को शिक्षा के साथ दिया व्यवहारिक ज्ञान" school chale hum abhiyan

गुरुवार, 20 जून 2024

/ by Vipin Shukla Mama
Shivpuri शिवपुरी। school chale hum abhiyan " जिला कलेक्टर रवींद्र कुमार सिंह गुरुवार को "शासकीय जिला उत्कृष्ट स्कूल" में "शिक्षक" की भूमिका का निर्वहन करते दिखाई दिए। अपने सौम्य, सरल व्यक्तित्व के लिए पहचान रखने वाले कलेक्टर रवींद्र कुमार को अपने बीच पाकर उत्कृष्ट स्कूल के बच्चे प्रसनचित्त दिखाई दिए। प्राचार्य विवेक श्रीवास्तव सहित स्टाफ साथियों की मौजूदगी में कलेक्टर ने " सैकडों बच्चों को शिक्षा के साथ व्यवहारिक ज्ञान की शिक्षा दी"। उन्होंने बच्चो को  विषय से इतर जीवन में आगे बढ़ने के टिप्स दिए। उन्होंने कहा की अपनी जिज्ञासाओं का हमेशा समाधान करो।
बिना किसी हिचक के अपने शिक्षक अपने मातापिता एवं अपने दोस्तो से सवाल करो।
अपने लक्ष्य को निर्धारित करो और हमेशा उसे यदि रखो, कभी मत भूलो कि तुम्हे क्या बनना है। कभी झूठ नहीं बोलो अपने माता पिता एवं शिक्षको से कभी झूठ नहीं बोलो, एक झूठ कई मुश्किलो को बढ़ा देता है इसलिए झूठ से बचिए। 
सहज, सरल तरीके से कलेक्टर ने दिए इन सवालों के जवाब प्रश्न: छात्रा शशि शर्मा ने पूछा सर आपकी कहानी बताइए। आप कलेक्टर केसे बने, आपकी स्कूली शिक्षा कहां से हुई। 
प्रश्न : छात्रा मांडवी भार्गव ने पूछा, सर घरेलू परेशानियों के बीच भी हम अपने लक्ष्य पर किस तरह केंद्रित रह सकते हैं। 
प्रश्न: छात्र नीरज ने टाइम मैनेजमेंट के गुर सीखने की इच्छा दर्शाई। 
उन्होंने छात्र छात्राओं के इन विभिन्न प्रश्नों के उत्तर सहज, सरल भाषा में दिए। साथ ही अपने जीवन के संघर्ष एवं सफलता की कहानी भी बच्चो को बताई।
कलेक्टर के साथ ये भी रहे मौजूद
कलेक्टर रवींद्र कुमार के साथ DEO समर सिंह राठौर,  DPC दफेदार सिंह सिकरवार भी स्कूल में आए। उन्होंने भी छात्रो को उज्जवल भविष्य के सूत्र दिए तथा भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी। अंत में प्राचार्य विवेक श्रीवास्तव ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया। साथ ही स्मृति चिन्ह भी भेंट किए। 
महिला बाल विकास अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल भी आए स्कूल
जिला महिला बाल विकास अधिकारी देवेंद्र सुंदरियाल भी आज जिला उत्कृष्ट स्कूल पहुंचे। उन्होंने छात्र छात्राओं को पर्सनल डेवलपमेंट के टिप्स दिए। प्राचार्य विवेक श्रीवास्तव ने अंत में उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए। 
समझिए अभियान का उद्देश्य
मध्य प्रदेश में 18 जून से स्कूल खुल गए हैं। छुट्टियों के बाद बच्चे बहुत खुश होकर स्कूल पहुंच रहे हैं। स्कूलों में तिलक लगाकर बच्चों का स्वागत किया जा रहा हैं।
स्कूल चले अभियान के तहत प्रशासनिक अधिकारी भी स्कूल पहुंच कर बच्चों से बातचीत कर रहे हैं।
इसी क्रम में 'स्कूल चले हम अभियान' के तहत शासकीय स्कूलों में "भविष्य से भेंट" कार्यक्रम का आयोजन भी किया जा रहा है।
जिसमें जिले के सभी अधिकारी एक दिन स्कूल पहुंचकर बच्चों को शिक्षा एवं व्यवहारिक ज्ञान
प्रदान कर रहे हैं।
जिसके माध्यम से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने की मंशा हैं। 










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