* सुनील जैन बीसीएम स्वास्थ विभाग शिवपुरी ने कहा
शिवपुरी। गर्भवती महिलाओं को फोलिक एसिड जरूर लेना चाहिए। कहते हैं इससे बच्चे का विकास ठीक से होता है। प्रेग्नेंसी में फोलिक एसिड लेना क्यों जरूरी है, इसे कितनी मात्रा में और कब ले सकते हैं और इसे न लेने से क्या नुकसान हैं, इन सब बातों के लिए आज शक्ति शाली महिला संगठन शिवपुरी एवम स्वास्थ विभाग शिवपुरी द्वारा संयुक्त रूप से आशा कार्यकर्ता के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन छतरी रोड स्थित बाण गंगा परिसर में किया गया जिसमे की शहरी स्वास्थ विभाग के सुनील जैन ने मुख्य अतिथि के रूप में एवम राघवेंद्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया आइए जानते हैं अधिक जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक प्रमोद गोयल ने बताया कि हेल्दी रहने के लिए हम सभी को पौष्टिक आहार की जरूरत हो। लेकिन गर्भवती महिला को बच्चेकी ग्रोथ बढ़ाने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन ज्यादा करना पड़ता है। आपने देखा होगा कि गर्भवस्था प्लान करने से लेकर गर्भवती होने तक डॉक्टर्स फोलिक एसिड खाने की सलाह देते हैं। सुनील जैन ने इन शहर की आशाओं से कहा की आशा चाहे तो कोई भी बच्चा जन्म जात बिक्रतियो को लेकर पैदा नहीं होगा इसके लिए आपको सिर्फ इतना करना है की
प्रेग्नेंसी प्लान करते ही मां को फॉलिक एसिड की गोली का सेवक टीम माह तक जरूर शुरू कराए ये अमृत से कम नहीं इससे आइंस्टीन जैसा होगा बच्चे का IQ
दरअसल,फोलिक एसिड प्रीमेच्योर बर्थ और मिसकैरेज के खतरे को कम करता है। प्रोग्राम में श्रृद्धा जादौन ने महिलाओं को गर्भधारण करने से पहले ही फोलिक एसिड लेना शुरू कर देना चाहिए। इससे बच्चे का विकास ठीक तरह से होता है। आइए जानते हैं आखिर क्या होता है फोलिक एसिड और इसका सेवन कब और कैसे करना चाहिए। सबसे पहले आशाओं को बताया की
क्या होता है फोलिक एसिड?
फोलिक एसिड विटामिन बी-9 का एक ही प्रकार है। इसका उपयोग प्रेग्नेंसी में आने वाले कॉम्प्लीकेशन्स को रोकने के लिए किया जाता है। हरी पत्तेदार सब्जियां, भिंडी, शतावरी, बीन्स, मशरूम और संतरे के रस में सबसे ज्यादा फोलिक एसिड होता है। इसे एक सप्लीमेंट की तरह भी यूज किया जाता है। फॉलिक एसिड का उपयोग आमतौर पर ब्लड में फोलेट की कमी को दूर करने और हाई ब्लड लेवल की समस्या को रोकने के लिए होता है। शिशु स्वास्थ एक्सपर्ट डॉक्टर निदा खान ने कहा की फोलिक एसिड के बड़े फायदे ये है
- फोलिक एसिड शिशु की रीढ़ की हड्डी बनाने में बहुत मदद करता है।
- शिशु के नर्वस सिस्टम बनने के लिए इसकी जरूरत पड़ती है।
- यह IQ और EQ को बूस्ट करता है और बच्चे को जानलेवा बीमारियों से बचाता है।
- यह रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है।
- फोलिक एसिड महिलाओं में होने वाले हृदय रोग और प्रीक्लेम्पसिया जैसी समस्या से बचने के लिए अच्छा विकल्प है।
- महिलाओं में खून की कमी को पूरा करने के लिए फोलिक एसिड का सेवन बहुत जरूरी है। अंत में आशाओं को प्रमोद गोयल ने फोलिक एसिड की कमी से क्या होता है? इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा की , जो महिलाएं फोलिक एसिड का सेवन नहीं करतीं, उनके शरीर में फोलिक एसिड की कमी हो जाती है। इसका असर बच्चे की रीढ़ की हड़डी , दिल और दिमाग पर भी पड़ता है। इतना ही नहीं, इससे गर्भ में पल रहे शिशु में अनुवांशिक रोग पैदा हो जाते हैं। गंभीर मामलों में शिशु में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट और स्पाइना बिफिडा हो सकता है। ऐसे में फोलिक एसिड गर्भवती महिला के लिए एक सुपरफूड की तरह है।
एक्सपर्ट डॉक्टर निदा के अनुसार फोलिक एसिड लेने का सही समय क्या है?
एक्सपर्ट के अनुसार, बेबी कंसीव करने और स्तनपान के दौरान भी महिला फोलिक एसिड का सेवन कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी शुरू होने के तीन महीने तक फोलिक एसिड लेना अच्छा माना गया है। अगर कोई महिला फोलिक एसिड का सेवन जारी रखना चाहती है, तो डॉक्टर की सलाह से पर्याप्त मात्रा में इसे ले सकती है। इससे कोई नुकसान नहीं होता। लेकिन प्रेगनेंसी के शुरुआती तीन महीनों में इसका सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। क्योंकि बर्थ डिसऑर्डर से जुड़ी समस्याएं गर्भावस्था के इन दिनों में ज्यादा होती हैं। प्रोग्राम में शिवपुरी शहरी क्षेत्र की आशाओं के साथ शक्ति शाली महिला संगठन की टीम ने भाग लिया।

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