शिवपुरी दिनांक 19 जुलाई आनंद मार्ग प्रचारक संघ का त्री- दिवसीय सामाजिक व आध्यात्मिक दर्शन पर सेमिनार एवं योग साधना शिविर आज से स्थानीय जय गोपाल जी मैरिज गार्डन न्यू बस स्टैंड पर प्रारंभ हो गया है। शिविर का प्रारंभ बाबा नाम केवलम् सिद्ध महामंत्र के जाप द्वारा अखंड कीर्तन से शुभारंभ किया गया। प्रभात संगीत, कीर्तन योग -ध्यान के पश्चात सेमिनार के प्रथम सत्र में केंद्रीय प्रशिक्षक आचार्य प्रियतोषानंद अवधूत जी द्वारा आनंद मार्ग के उद्देश्य आत्मरक्षार्थम् जगत हितायच के अंतर्गत योग साधना द्वारा आत्मानुभूति प्राप्त करके उसका सदुपयोग सुंदर समाज बनाने मे नैतिक नेतृत्व अर्थात सद् विप्र नेतृत्व द्वारा परमात्मा का विकास भौतिक मानसिक आध्यात्मिक संपदाओं का उचित व विवेक संगत चरम उपयोगी हो। इस सिद्धांत के तहत निम्नतम आवश्यकता अन्न, वस्त्र ,आवास शिक्षा, चिकित्सा की व्यवस्था प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता की पूर्ति हेतु "प्रउत" प्रगतिशील उपयोग तत्व ईश्वर केंद्रित दर्शन द्वारा संभव है, इसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय प्रशिक्षक आचार्य प्रियतोषानंद अवधूत द्वारा बताया गया कि यह सेमिनार तीन दिवसीय विभिन्न सामाजिक आध्यात्मिक दर्शन आधारित विषयों पर चर्चा एवं योग प्रशिक्षण दिया जावेगा इस शिविर में आध्यात्मिक दर्शन में मुख्यत: सृष्टि की उत्पत्ति के मूल तत्व क्या है मात्र आध्यात्मिक विज्ञान ही उस मूल तत्व तक पहुंच सकता है आज का सांसारिक भौतिक विज्ञान उसे जानने में असमर्थ है। सामाजिक दर्शन की परिपेक्ष में मानव समाज में किस प्रकार एकता स्थापित की जा सकती है इस एकता को स्थापित करने वाली मूल तत्व क्या है इन तत्वों के बारे में विस्तृत प्रकाश डाला जाएगा साथ ही किसी देश के आर्थिक विकास का मूल आधार चूंकि कृषि उत्पादन है उसे कृषि विज्ञान को को पर्यावरणीय विधियो द्वारा कैसे समृद्ध किया जाए जिससे कृषक और कृषि आधारित मजदूर आर्थिक रूप से समृद्ध हो सके ।कृषि की नवीन प्रणालियों एवं कृषि क्रांति के स्वरूप के बारे में सेमिनार में चर्चा की जावेगी सेमिनार में कक्षाओं का समय प्रातः 10 से 12 बजे तक ,दोपहर 3 से 5 बजे तक रात्रि धर्मशास्त्र चर्चा 8 से 9 बजे तक की जावेगी ।योग ध्यान आध्यात्मिक संकीर्तन का समय प्राप्त है 9 से 10 बजे तक एवं रात्रि 7 से 8 तक रहेगा।

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