ये एसपी शिवपुरी को दिया गया ज्ञापन
प्रार्थी रामप्रसाद रावत (पूर्व सरपंच) एवं वर्तमान में पत्नि सरपंच श्रीमती धनवेश्वरी रावत के घर दुर्गा रावत द्वारा दिनांक 12.07.2024 समय 9 बजे, पीने को पानी मांगा पीने का पानी देने पर वह दरवाजे पर शराब पीने बैठ गया मैंने एवं मेरे भाई तथा उपस्थित व्यक्ति कैलाश पाल एवं दयाराम के मना करने पर गाली देता हुआ चला गया एवं पुलिस कोतवाली में झूठी शिकायत कर दी कोतवाली में प्रधान आरक्षक देवेन्द्र पाराशर एवं जानकीलाल शर्मा ने उल्टे हम पर 151 के तहत केश दर्ज करने की धमकी देकर तीस हजार रूपयें की मांग की न देने पर मुझ पूर्व सरपंच रामप्रसाद रावत को महिला डेस्क थाने की तरफ एकांत में ले जाकर जेब में रखे 15000/- रूपयें छीन लिए और सभी को जाने को कहा इस तरह शराबी एवं आरोपीयों का संरक्षण देने वाले आरक्षक के विरूद्ध जांच कर आम नागरिक को परेशान करने वाले के विरूद्ध कार्यवाही कर छीनी गई राशि वापस दिलाने बावत्।
महोदय,
उपरोक्त विषय में निवेदन है वर्तमान सरपंच श्रीमती धनवेश्वरी रावत पत्नि रामप्रसाद रावत (पूर्व सरपंच) के घर पर दिनांक 12.07.2024 को सुबह 9 बजे के लगभग शराब के नशे में मोटरसाईकिल से दुर्गा रावत निवासी ग्राम नोहरीकलां आया, एवं पीने को पानी मांगने लगा पीने को पानी देने पर वह स्थल पर ही शराब क्वाटर खोलकर शराब पीने बैठ गया। मेरे एवं स्थल मौजूद
कैलाश पाल एवं दयाराम रावत ने उससे वहां शराब पीने की मना कर हटाया तो वह गाली देता हुआ अपनी मोटर साईकिल के साथ कैलाश पाल को लेकर चला गया।
यह कि प्रार्थी पर प्रधान आरक्षक देवेन्द्र पारासर एवं जानकीलाल शर्मा को फोन आया कि दुर्गा रावत थाने में आकर तुम्हारी रिपोर्ट कर रहा है तब हमनें वास्तविक स्थिति बताई। कुछ ही देर बाद पुलिस की गाडी आई और बोले थाने चलो तो में रामप्रसाद रावत भाई रामकिशन रावत तथा दुर्गा का भाई रमेश रावत, कैलाश पाल को लेकर गये तो प्रधान आरक्षक देवेन्द्र पाराशर एवं जानकीलाल प्रधान आरक्षक ने हमें एक कमरे में बैठा दिया और बोले हम तुम्हारे ऊपर 151 का केश दर्ज कर रहे है बचना है तो 30,000/- रूपयें अंकन तीस हजार रूपयें दो। हमनें मना कर दिया तो हमसे अभद्र व्यवहार किया जाने लगा।
यह कि प्रार्थी को प्रधान आरक्षक देवेन्द्र पाराशर एवं प्रधान आरक्षक जानकीलाल शर्मा एवं अन्य पुलिस वाले के साथ पुलिस कोतवाली से लगे महिला डेस्क थाने की तरफ ले गये और गाडियों के पीछे मेरी तलाशी लेने लगे मेरी जेब में रखे 15,000/- रूपयें अंकन पन्द्रह हजार रूपयें इन्होंने अपने कब्जे में कर लिये फिर थाने में ले आये और कहने लगें अब तुम पर कोई आरोप नहीं है जाओं। मेरे द्वारा पैसे मांगने पर मुझे पुनः 151 का केश दर्ज कर जेल भेजने की धमकी देने लगे जिसके डर के मारे हम सभी वहां भाग आये।
अतः श्रीमान जी से आग्रह है कि अगर पुलिस विभाग के पदस्थ आरक्षक ही अगर जनसामान्य एवं जनप्रतिनिधियों से लूट करके आरोपीयों को संरक्षण देगें तो हमारा ग्राम पंचायत में कार्य करते रहना मुश्किल हो जायेंगा। इसलिए आरोपी प्रधान आरक्षकों की जांच कर वैधानिक कार्यवाही करते हुए प्रार्थी पूर्व सरपंच से छीनी गई राशि 15,000/- रूपयें वापिस दिलाने की कृपा करें तो श्रीमान जी की अति कृपा होगी।
दिनांक:- 16.07.2024
प्रार्थी
रामप्रसाद रावत पूर्व सरपंच एवं वर्तमान सरपंच श्रीमती धनवेश्वरी रावत निवासी ग्राम नोहरीकलां तह. व जिला शिवपुरी म.प्र. मोबा. नं. 9425489038

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