प्रिय पाठकों ये बात mamakadhamaka.com से भी छुपी तो नहीं हैं बल्कि शहर का बच्चा बच्चा जानता हैं की अकेली नगर पालिका शिवपुरी ही नहीं बल्कि हर शासकीय गलियारा रिश्वत से रोशन है! लेकिन उपरोक्त कथन शिवपुरी नगर पालिका की शान में नगर पालिका की नेता प्रतिपक्ष ने सोशल साइड पर लिखे हैं। शायद ये लिखना उतना दमदार नहीं होता जितना उन्होंने इसके साथ एक वीडियो अपलोड करके इस पोस्ट को हाईटेक बना डाला है। उन्होंने एक वीडियो अपनी फेसबुक वॉल पर पोस्ट किया हैं जिसमें नपा के अकाउंटेंट राघवेंद्र श्रीवास्तव टेबिल पर बैठे हुए हैं। उनकी तय शुदा घेरा बंदी करने के इरादे से कुछ लोग उनके पास मौजूद हैं, जिनकी आवाज वीडियो में सुनाई दे रही है। कोई एक वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा है। उधर लिफाफा देने वाला एक, एक कर दो लिफाफे राघवेंद्र को देता है लेकिन अगले ही पल वह एक लिफाफा उनके हाथ से लेकर खोल देता है। राघवेंद्र कहते हैं जैसा दोगे वैसा ही आगे जायेगा, लेकिन वह व्यक्ति लिफाफा खोलता है जिसमें 500 के नोट दिखाई दे रहे हैं वह 83 हजार कहकर वापिस रुपए लिफाफे में रख देता है। वीडियो एंड हो जाती है।(देखिए नेता प्रतिपक्ष की साइड पर मोजूद वीडियो)।
दरअसल इसी वायरल वीडियो को फेसबुक पर नेता प्रतिपक्ष शशि शर्मा ने पोस्ट किया है जिसमें दावा किया गया है की जो लेनदेन वीडियो में हो रहा है वह रिश्वत है जिसमें अकाउंटेंट और सीएमओ शामिल हैं। इस वीडियो ने रिश्वत और घोटालों के शिवपुरी जिले में फिर से तूफान ला दिया है लेकिन सच्चाई क्या है ये जांच का विषय है। हालाकि नेता प्रतिपक्ष इसकी आवाज परिषद में उठाने की बात कह रही हैं। अभी से कोई आठ घंटे पहले उन्होंने उसे फेसबुक पर अपलोड किया है।(सुनिए नेता प्रतिपक्ष शशि शर्मा को।)
दावा किया जा रहा है कि यह राशि बिजली के ठेकेदार द्वारा 28 लाख के भुगतान के एवज में दी गई थी। पहला दिया हुआ लिफाफा अकाउंटेड के नाम 13 हजार का था। वहीं दूसरा लिफाफा सीएमओ के नाम 83 हजार का था। वीडियो में लिफाफा देता व्यक्ति "यह लिफाफा आपका और दूसरा लिफाफा सीएमओ का कहते हुए सुनाई भी दे रहा हैं।"
चरम पर है नपा में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी- शशि
नेता प्रतिपक्ष शशि शर्मा का कहना है कि नगर पालिका में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी चरम पर है। उनके पास यह वीडियो आया था। वह नगर पालिका में चल रहे भ्रष्टाचार को एक्सपोज करना चाहती हैं इसके लिए उनके द्वारा यह वीडियो डाला गया है। हालांकि नगर पालिका में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का खेल रूक नहीं सकता फिर भी वह आगामी परिषद की बैठक में वह इस सवाल को उठाएगी और जवाब मांगेगी।
हो सकता है हित पूरा नहीं हुआ हो- अकाउंटेंट
इस मामले में नगर पालिका के अकाउंटेंट राघवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि उन्हें पता नहीं है कि यह वीडियो कब का है लेकिन यह वीडियो उनके घर का है। अगर किसी ने रिश्वत दी है तो रिश्वत देने वाला भी सामने आना चाहिए कि उसने किस बात की रिश्वत दी है। यह बात उनके द्वारा नेता प्रतिपक्ष की पोस्ट पर कमेंट कर लिखी थी। लेकिन शशि शर्मा द्वारा कमेंट्स डिलीट कर दिए गए।
अकाउंटेंट राघवेंद्र श्रीवास्तव ने कहा है कि नगर पालिका में बहुत से लोग उल्टे-सीधे काम करते हैं। हो सकता है कि नेता प्रतिपक्ष का उनकी वजह से कोई हित पूरा नहीं हो पाया हो इसके चलते उनके तरफ से वीडियो बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर डाल दिए गए।
सीएमओ पर भी आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने नपा सीएमओ केशव सगर तक भी रिश्वत पहुंचने के आरोप लगाए हैं। वायरल वीडियो में भी सीएमओ नाम का उल्लेख किया गया है। इस मामले सीएमओ केशव सगर का कहना है कि उन्होंने अभी वीडियो नहीं देखा है। ऐसे अगर वीडियो में लेनदेन अकाउंटेंट द्वारा किया जा रहा है तो वह लेनदेन की जांच कराएंगे। जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।
नपा में मलाईदार सीट के लिए कुछ भी करेगा
नपा की इस वीडियो का हश्र क्या होगा ये तो ज्ञात नहीं लेकिन नपा में मलाईदार सीट पाने के लिए मामला किसी भी हद तक जा सकता हैं। बीते सालों में भी आरोप प्रत्यारोप लगते रहे हैं।

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