Responsive Ad Slot

Latest

latest

#धमाका_धर्म: नाग पंचमी 9 को, बन रहे अद्भुत योग संयोग: डॉ विकास दीप शर्मा

गुरुवार, 8 अगस्त 2024

/ by Vipin Shukla Mama
* करें एक उपाय, यह उपाय संकट नाश के लिए कर सकते है
डॉ विकासदीप शर्मा, मंशापूर्ण ज्योतिष
नागपंचमी का त्योहार सावन माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। सामान्यतः नागपंचमी का पर्व हरियाली तीज के 2 दिनों बाद आता है। इस बार नाग पंचमी का पर्व 9 अगस्त 2024 शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस बार नागपंचमी पर 500 साल बाद दुर्लभ योग संयोग बन रहा है।
*🚩पंचमी तिथि प्रारम्भ-* 09 अगस्त 2024 को रात्रि 12:36 एएम से।
*🚩पंचमी तिथि समाप्त-* 10 अगस्त 2024 को तड़के 03:14 एएम समाप्त।
*🚩अद्भुत योग संयोग:-* अभिजीत मुहूर्त के साथ ही अमृत काल, रवि योग, शिववास योग, सिद्ध योग, साध्य योग, बव और बालव, करण योगर रहेगा। इसी के साथ ही इस बार नाग पंचमी हस्त नक्षत्र के शुभ संयोग में मनाई जाएगी।
*🚩शिववास योग:-* शिववास योग में भगवान शिव कैलाश पर मां पार्वती के साथ वास करते हैं। इस दौरान शिव, पार्वती, गणेश और कार्तिकेय के साथ नाग देवता की पूजा करने से सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है।
*🚩सिद्ध योग:-* दोपहर 01:46 से सिद्ध योग रहेगा। इसके बाद साध्य योग का निर्माण होगा। सिद्ध और साध्य योग में भगवान शिव की पूजा करने से प्रत्येक कार्य में सफलता प्राप्त होती है। 
*🚩बव और बालव योग:-* इस दिन बव और बालव करण का योग भी बन रहा है। इसके बाद बालव करण का निर्माण होने वाला है।
*🪐9 अगस्त का ग्रह गोचर योग:-* इस दिन शुक्र और बुध मिलकर लक्ष्मी नारायण योग बना रहे हैं। साथ ही शनि अपनी राशि कुंभ में गोचर करते हुए शश रायजोग बना रहे हैं। वहीं इस दिन चंद्रमा कन्या राशि में होंगे और राहु के साथ समसप्तक योग बनाएंगे।
*⚜️9 अगस्त  2024 का शुभ मुहूर्त:-
*🚩अभिजीत मुहूर्त:-*  दोपहर 12:00 से 12:53 तक.
*🚩विजय मुहूर्त:-* दोपहर 02:39 से 03:33 तक.
*🚩गोधूलि मुहूर्त:-* शाम 07:06 से 07:27 तक.
*🚩सायाह्न सन्ध्या:-* शाम 07:06 से 08:10 तक.
*🚩अमृत काल:-* शाम 07:57 पी एम से 09:45 तक.
*🚩निथिश काल:-* रा‍त्रि 12:05 से 12:48 तक ( अगस्त 10).
*🚩रवि योग:-* 02:44am अगस्त 10 से 05:48am तक.
*🪱नाग पंचमी पर करें ये एक मात्र उपाय:-*
नागपंचमी के दिन घर के मुख्य द्वार पर गोबर, गेरू या मिट्टी से सर्प की आकृति बनाएं और इसकी विधिवत रूप से पूजा करें। इससे जहां आर्थ‍िक लाभ होगा, वहीं घर पर आने वाली काल सर्प दोष से उत्पन्न विपत्त‍ियां भी टल जाएंगी। इसी के साथ ही *'आस्तिक मुनि की दुहाई'* नामक वाक्य घर की बाहरी दीवारों पर सर्प से सुरक्षा के लिए लिखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस वाक्य को घर की दीवार पर लिखने से उस घर में सर्प प्रवेश नहीं करता और काल सर्प दोष भी नहीं लगता है।











कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129