Shivpuri शिवपुरी। शिवपुरी झांसी लिंक रोड की खस्ता हालत से परेशान हजारों यात्रियों, वाहनों को कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद जाग गई हैं। mamakadhamaka.com ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ने शुक्रवार को "#धमाका_बड़ी_खबर: ये हैं दर्द से रोती, सिसकती "शिवपुरी झांसी लिंक रोड़", गड्डों में सड़क या सड़क में गड्ढे, शेम शेम pwd" शीर्षक से खबर का प्रकाशन किया था जिसके बोलता हुआ फोटो भी था।
इस बात को पीडब्ल्यूडी और ठेकेदार ने गंभीरता से लिया जिसके बाद आज शनिवार से शिवपुरी झांसी लिंक रोड की रिपेयरिंग (चलने लायक काम) की शुरुआत हो गई हैं। ठेकेदार ने उक्त कार्य को जोरशोर से शुरू किया हैं जो दो दिन में पूरा होगा। हालाकि ये राहत भरी खबर ही होगी जब तक की पूरी तरह सड़क बनकर तैयार नहीं हो जाती। लेकिन तब भी उक्त सड़क पर गहरे गड्ढों से वाहनों की टूटफूट में कमी आ सकती हैं। बस ऑपरेटर ने किया स्वागत
धमाका की खबर के प्रकाशन के बाद सड़क की रिपेयरिंग शुरू होने पर बस ऑपरेटर एवम पार्षद मट्टू खटीक, विनोद शर्मा, प्रणय शर्मा ने धमाका का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा की अगर सड़क को चलने लायक ही बनाया जा रहा हैं तो हमारे लिए राहत की बात हैं। अब तक सैकड़ों टायर खराब हो चुके। द ग्रेट सिंधिया ने जताई आपत्ति
आपको बता दें की केंद्रीय मंत्री द ग्रेट श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वन विभाग का अडंगा दूर करवाया हैं। उनको चार महीने में सड़क पूरी तरह बनाकर देने की जानकारी दी गई थी। जिसे उन्होंने अपने बयान में भी उल्लेखित किया था। लेकिन उक्त सड़क की इतनी अधिक खराब हालत की जानकारी उनको कल प्रकाशित फोटो से मिली जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई और पीडब्ल्यूडी को सड़क चलने लायक तैयार किए जाने के निर्देश दिए और तब सड़क का काम शुरू हुआ। ठेकेदार की गलती कम, पीडब्ल्यूडी को ज्यादा
आपको बता दें की हम लगातार पीडब्ल्यूडी को ही दोषी बता रहे हैं। इसकी वजह ये हैं की ठेकेदार का एंपलॉयर पीडब्ल्यूडी है, जिसने अभी तक ठेकेदार को वर्किंग परमिशन नहीं दी है। फिर भी जब लोगों की परेशानी देखी तो ठेकेदार ने उक्त सड़क को अपने खर्चे पर ठीक कराना शुरू किया हैं। पीडब्ल्यूडी ने वर्किंग परमिशन तो छोड़िए एस्टीमेट तक नहीं बनाया
उक्त सड़क के निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी ने वन विभाग से वर्किंग परमिशन नहीं दिलवाई साथ ही अभी तक एस्टीमेट तक तैयार नहीं करवाया। बता दें की वर्किंग परमिशन तब मिलेगी जब वन क्षेत्र में कार्य की जो लागत आएगी उसकी पॉइंट 5% राशि ठेकेदार को जमा करनी होगी। राशि जमा करने के बाद और वन अधिनियम की शर्तों को पालन करने की सहमति देने के बाद वर्किंग परमिशन मिलेगी। पीडब्ल्यूडी को ये वर्किंग परमिशन वन विभाग से लेकर देनी होगी।
जो आदेश थमाया उसमें कार्य करने की अनुमति का कहीं जिक्र नहीं
पीडब्ल्यूडी ने जो कार्य के लिए पत्र ठेकेदार को दिया हैं उसमें कार्य करने की अनुमति का जिक्र नहीं किया गया।
ठेकेदार अपने खर्च पर भर रहा गड्ढे
ठेकेदार उक्त सड़क के आदेश की विसंगति के चलते अभी सड़क में गिट्टी और मुरम अपने खर्चे पर डालने की बात कह रहे हैं। (ये हालत हो गई थी सड़क की)
ये बोले पीडब्ल्यूडी ईई
हालाकि जब धमाका ने पीडब्ल्यूडी के ईई डी एस यादव से बात की तो उनका कहना था। हर काम की परमिशन आवश्यक नहीं होती। हमने ठेकेदार से कह दिया काम कीजिए उनको काम करने से कोई नहीं रोकेगा।

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