शिवपुरी। मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत अतिथि विद्वान काफी लंबे अरसे से अपनी सेवाएं पूरी निष्ठा, ईमानदारी एवं कर्तव्यपरायणता के साथ प्रदान कर रहे हैं। इन अतिथि विद्वानों ने मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग में अपने 15 से 20 वर्ष लगातार दिए हैं तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा निर्धारित योग्यता मापदंड यूजीसी नेट, एमपी सेट, पी-एच.डी तथा अनुभव को पूरा करते हैं।
शासकीय श्रीमंत माधवराव सिंधिया महाविद्यालय कोलारस, शिवपुरी में कार्यरत अतिथि विद्वान डॉ. रामजी दास राठौर ने मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग से मांग की है कि योग्य,अनुभवी, कर्तव्यनिष्ठ अतिथि विद्वानों को मध्य प्रदेश शासन द्वारा पीएम श्री महाविद्यालय में अपनी सेवाएं प्रदान करने का अवसर दिया जाना चाहिए ताकि पीएम श्री महाविद्यालय में अध्यनरत विद्यार्थियों को योग्य अनुभवी अतिथि विद्वानों के अनुभव का लाभ मिल सके।
अतिथि विद्वानों को काफी लंबे समय तक अपनी सेवाएं देने के बावजूद भी प्रगति के बेहतर अवसर नीतियों के चलते प्राप्त नहीं हो पाए हैं। अतिथि विद्वानों को आज भी एनसीसी, एनएसएस का अधिकारी नहीं बनाया जा सकता साथ ही अतिथि विद्वान किसी विद्यार्थी को पी-एच.डी. विश्वविद्यालय नियम के अनुसार नहीं करा सकते जबकि शासन द्वारा विभिन्न मंचों पर लगातार अतिथि विद्वानों को नियमित मानते हुए उन्हें यह सांत्वना दी जाती रही है कि आप सभी अतिथि विद्वान योग्य अनुभवी एवं कर्तव्यनिष्ट हैं तथा मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग की गुणवत्ता को बढ़ाने में आपका अमूल्य योगदान रहा है। मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग पीएम श्री महाविद्यालय में अतिथि विद्वानों को अपनी सेवाओं को प्रदान करने का अवसर देकर उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान कर अतिथि विद्वानों को विद्यार्थियों के बेहतर भविष्य निर्माण में योगदान करने का अवसर दे सकता है ।

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