जानकारी के मुताबिक़ सड़ गांव का रहने वाला 60 वर्षीय बुजुर्ग जगन्नाथ पुत्र रत्नलाल आदिवासी रविवार की रात 8 बजे जंगल से अपने गांव सड़ लौट रहा था। इसी दौरान सड़-ककरई सड़क के बीच बने रपटे को पार कर रहा था। रपटे के ऊपर से एक से डेढ़ फ़ीट पानी बह रहा था। इसी दौरान जग्गनाथ आदिवासी बह गया था।
बताया गया हैं कि बुजुर्ग को नाले में बहता हुआ सड़ गांव के रहने वाले सोनू नाम के युवक ने देख लिया था। सूचना मिलते ही बैराड़ तहसीलदार दृगपाल वैश्य और बैराड़ थाना प्रभारी विनय यादव ने मय दल के मोर्चा संभाल लिया था। रात में ही बुजुर्ग की तलाश शुरू कर दी थी। करीब चार घंटे की तलाशी के बाद बुजुर्ग का शव 100 मीटर दूर नाले में मिल गया था। बताया गया हैं कि बुजुर्ग जग्गंनाथ सिंह को आँखों से कम दिखाई देता था। रपटे के ऊपर पानी बहने से वह अँधेरे में रपटा पार करते वक्त सही रास्ते नहीं भांप पाया था। जिससे वह रपटे से अनियंत्रित होकर गिर गया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी हैं।

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