DIG निमिष अग्रवाल ने गैंग रेप की पुष्टि की है। उन्होंने कुछ संदिग्धों को चिह्नित करने की बात भी कही है। फिलहाल आरोपियों की तलाश की जा रही है। चारों पीड़ितों का महू के आर्मी हॉस्पिटल में इलाज जारी है। DIG के मुताबिक महू के दो आर्मी ऑफिसर अपनी दो महिला मित्रों के साथ जामगेट पर कार में बैठे थे। इसी दौरान 6 बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और चारों के साथ मारपीट की। हथियारबंद बदमाशों ने चारों पीड़ितों से लूटपाट की। इसके बाद एक ऑफिसर और महिला को वहीं रोक लिया। दूसरे अफसर और साथी को और रुपए लाने के लिए कहा। रुपए लेने गए ट्रेनी अफसर ने नेटवर्क में आने के बाद अपने सीनियर्स को इसकी जानकारी दी। जब तक पीड़ितों के साथी मदद के लिए पहुंचे, आरोपी वहां से फरार हो चुके थे। पुलिस ने इस मामले में शिकायत मिलने के बाद लूट और गैंग रेप का केस दर्ज किया है।
सूचना के बाद ग्रामीण एसपी हितिका वासल, एडिशनल डीसीपी रूपेश द्विवेदी और अन्य अफसर मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि बदमाश मोबाइल भी लेकर गए थे। उनकी आखिरी लोकेशन बुरानिया गांव में मिली थी। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
15 दिन में ये दूसरी वारदात
इलाके में पिछले 15 दिन में लूट की ये दूसरी वारदात है। पिछले दिनों गाड़ी पंक्चर कर बदमाशों ने निजी कंपनी में काम करने वाले यवकों से लटपाट की थी।
सभी आरोपी मानपुर, बडगौंदा के रहने वाले
इंदौर में आर्मी के दो ट्रेनी अफसरों और उनकी दो महिला मित्रों के साथ लूट के केस में गुरुवार को गैंगरेप की धाराएं भी जोड़ी गई हैं। मौके पर बचे आर्मी ऑफिसर ने अपनी महिला मित्र के साथ रेप की आशंका जताई थी क्योंकि बदमाश उसे झाड़ियों में ले गए थे। इस बयान के आधार पर पुलिस ने मामले में लूट-डकैती, गैंग रेप, मारपीट और आर्म्स एक्ट की धारा में केस दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार 4 आरोपियों की भी पहचान हो गई है। उनको तलाशने के लिए 10 थानों के टीआई को अलर्ट कर दिया गया है। सभी आरोपी मानपुर, बडगौंदा के रहने वाले हैं। इनमें से दो आरोपियों का क्रिमिनल रिकॉर्ड है। एक पर 2016 में मर्डर का केस भी दर्ज हुआ था। एसपी ग्रामीण हितिका वासल ने कहा- अस्पताल में भर्ती पीड़िता के बयान दर्ज नहीं किए जा सके हैं। उसका मेडिकल कराया गया है। बयान में वह जो भी बताएगी, उस आधार पर आगे भी धाराएं अपडेट की जाएंगी।
अपराधियों की ये निर्भीकता प्रशासन की नाकामी का परिणाम : राहुल गांधी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- मध्यप्रदेश में सेना के दो जवानों के साथ हिंसा और उनकी महिला साथी के साथ दुष्कर्म पूरे समाज को शर्मसार करने के लिए काफी है।
भाजपा शासित राज्यों की कानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन है और महिलाओं के खिलाफ दिन-प्रतिदिन बढ़ते अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक ।
अपराधियों की ये निर्भीकता प्रशासन की नाकामी का परिणाम है और इस कारण देश में पनपता असुरक्षित वातावरण भारत की बेटियों की स्वतंत्रता, उनकी आकांक्षाओं पर बंदिश है।
देश में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहींः प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा- मध्यप्रदेश में सेना के अधिकारियों को बंधक बनाकर महिला से गैंगरेप और उत्तर प्रदेश में हाईवे पर एक महिला का निर्वस्त्र शव मिलने की घटनाएं दिल दहलाने वाली हैं। देश में हर दिन 86 महिलाएं बलात्कार और बर्बरता का शिकार हो रही हैं। घर से लेकर बाहर तक, सड़क से लेकर दफ्तर तक, महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। देश की आधी आबादी न सिर्फ असुरक्षित है, बल्कि ऐसी बर्बरताओं की वजह से हर दिन करोड़ों महिलाओं का हौसला टूटता है।
एमपी में कानून का डर नहीं बचा : बसपा बसपा के नेशनल कॉर्डिनेटर आकाश आनंद ने इंदौर की घटना पर लिखा- मध्यप्रदेश में कानून का इकबाल खत्म हो गया है। जनता त्रस्त है, नेता मस्त हैं और पुलिस सुस्त है। उज्जैन में फुटपाथ पर युवती का बलात्कार कर सरेआम विडियो बनाया जाना और अब इंदौर में सेना के अफ़सरों के साथ मारपीट और उनकी महिला मित्रों के साथ दुष्कर्म की घटना से साबित होता है कि मध्यप्रदेश में 'कानून का डर' नाम की कोई चीज नहीं बची है। भाजपा की सरकारों में अब कानून का खौफ खत्म हो गया है।

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