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#धमाका बड़ी खबर : मेडिकल कॉलेज में खुलेआम गुंडागर्दी, हमला, जे.आर. हॉस्टल में 3 जूनियर डॉक्टरों पर इंटर्न ने मिलकर किया लोहे की रोड़, डण्डे, हॉकी और बेल्ट से जानलेवा हमला, केस दर्ज

सोमवार, 23 सितंबर 2024

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। शहर का राजमाता विजयाराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। प्रबंधन की लापरवाही के चलते कॉलेज की शांति व्यवस्था भंग हो गईं है, इतना ही नहीं कॉलेज परिसर स्थित हॉस्टल में अपने से सीनियर यानि जूनियर डॉक्टरों पर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे (इंटर्न) अमीन राजद्वार, अजय रघुवंशी व शुभांशु पटेल ने अपने साथियों के साथ मिलकर लोहे की रोड़, डण्डे, हॉकी और बेल्ट से जानलेवा हमला कर उन्हें घायल कर दिया है। घटना में घायल हुए जूनियर डॉक्टरो का मेडिकल करवाने के बाद कोतवाली पुलिस ने हमला करने वाले तीन इंटर्न अमीन राजद्वार, अजय रघुवंशी व शुभांशु पटेल सहित उनके अन्य साथियो के विरुद्ध कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पूरा मामला मेडिकल कॉलेज परिसर स्थित जे.आर. हॉस्टल का है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है की कॉलेज की अंदरूनी क़ानून व्यवस्था ताक पर है और मेडिकल कॉलेज के डीन परमहंस के हर दिन जारी होने वाले प्रेरणादायी बयानों का कॉलेज के डॉक्टरों पर कोई असर नहीं हो रहा। हालांकि डॉक्टर परमहंस अवकाश पर चल रहे हैं और डॉक्टर इला गुजरिया सहित एक अन्य डॉक्टर चार्ज में हैं, इस बारे में हमने डॉक्टर गुजरिया को फोन लगाया लेकिन रिसीव नहीं किया।
जे.आर. हॉस्टल में जूड़ा पर 21 की रात किया इंटरन ने मिलकर हमला 
जे.आर. हॉस्टल में उक्त हमला और मारपीट का मामला 21 सितंबर की रात 8 बजे का है, ज़ब मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में जूनियर डॉक्टर के पद पर पदस्थ डॉक्टर शैलेन्द्र सिंह और डॉक्टर अमन तिवारी व डॉक्टर कुलदीप सिंह के साथ इंट्रर्न अमीन राजद्वार, अजय रघुवंशी व शुभांशु पटेल ने अपने साथियो के साथ हमला बोला।खबर मिली तो भागे आए परिजन, बोले, ऐसी गुंडागर्दी है तो हम अपने बच्चोँ को ले जाएँ, जान का खतरा कौन मोल ले 
जूड़ा पर हमला होने की जानकारी जैसे ही उनके परिजनों को मिली तो वे भागे हुए शिवपुरी आए। इनमें शामिल वरिष्ठ पत्रकार विनोंद त्रिपाठी ने घटना की निंदा करते हुए कहा की हमने अपने बच्चोँ को डॉक्टर बनाया और मरीजों की सेवा करने शिवपुरी के मेडिकल कॉलेज भेजा। शिवपुरी सिंधिया राजघराने की है इसलिए इसे हम सुरक्षित और शांत मानते हैं लेकिन इंटर्न ने अपने सीनियर जूनियर डॉक्टरों पर लोहे की रोड़, डण्डे, हॉकी और बेल्ट से जानलेवा हमला कर डाला ये बात ठीक नहीं, मेरे भतीजे डॉक्टर अमन को भी चोट आई है, अगर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन कॉलेज में शांति व्यवस्था बनाकर नहीं रख पा रहा तो हम अपने बच्चोँ को नाम कटवाकर ले जायेंगे। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की मामला कितना गंभीर है। 
ये लिखवाई रिपोर्ट 
फरियादी डॉक्टर शैलेन्द्र सिंह पुत्र गिर्राज सिंह गुर्जर उम्र 26 साल निवासी मेडिकल कॉलेज शिवपुरी ने उपस्थित कोतवाली थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि मैं मेडिकल कॉलेज शिवपुरी में जूनियर डॉक्टर के पद पर पदस्थ हूँ।दिनांक 21.09.2024 को देर शाम करीब 08 बजे की बात है। मैं अपने साथ डॉक्टर अमन तिवारी व डॉक्टर कुलदीप सिंह के साथ अपने मित्र डॉक्टर विगनेस यादव के कमरे पर जे.आर. हॉस्टल में था, हम बातचीत कर रहे थे। तभी तीन लडके डॉक्टर विगनेस की पहचान के अमीन राजद्वार, अजय रघुवंशी व शुभांशु पटेल आये, जो कि मेडिकल कलेज के ही इंटर्नशिप के छात्र हैं। हम सभी लोग आपस में बातचीत करने लगे तो बातों-बातों में अमीन राजद्वार जो नशे में लग रहा था, हम लोगों से ऊंची टोन में बात करने लगा तो डॉक्टर विगनेश ने अमीन से
कहा कि यह मेरे साथ ही डक्टर हैं, तुम इनसे बदतमीजी मत करो तो वह लोग वहाँ से चले गये। फिर थोड़ी देर बाद करीब 10 बजे की बात है। अमीन राजद्वार, अजय रघुवंशी व शुभांशु पटेल अपने अन्य साथियों के साथ
लोहे की रोड़, डण्डे, हॉकी और बेल्ट लेकर डॉक्टर विगनेश के कमरे पर आये और वह सभी लोग हमसे आते ही माँ-.बहन की गंदी-गंदी गालियाँ देने लगे और अमीन राजद्वार ने हॉकी से मारा जो मुझे वाये हाथ में कोहनी के पास तथा कंधे में लगी जिससे मुंदी चोट आई तथा अजय रघुवंशी ने मुझमे बेल्ट मारे जो कमर में मुंदी चोट आई तथा शुभांशु पटेल ने लात घूंसे मारे तथा मुझे बचाने ज़ब डॉक्टर अमन तिवारी व कुलदीप सिंह आये तो उन लोगों ने हॉकी व बेल्ट से डॉक्टर अमन तिवारी व डॉक्टर कुलदीप सिंह के साथ भी मारपीट की जिससे डॉक्टर अमन तिवारी के पीठ व छाती में चोटें आई व कोहनी व आँख के पास व सिर में भी चोटे आईं तथा डॉक्टर कुलदीप के वायें हाथ की कलाई में मुंदी चोट आई। मौके पर डॉक्टर विगनेश मौजूद थे जिन्होंने बीच बचाव किया व घटना देखी थी। फिर सभी लोग वहाँ से चले गये और जाते-जाते कह रहे थे कि होस्पिटल के आस-पास दिखे तो जान से खत्म कर देंगे। फिर मैंने दिनांक 22.09.24 को रात के समय थाना पर इस सम्बन्ध में शिकायत दर्ज कराई थी। तत्समय एफ.आई.आर. दर्ज नहीं कराई थी, मेडिकल कराया था। लेकिन अब में सभी के विरूद्ध कार्यवाही चाहता हूँ। सो रिपोर्ट करता हूँ कार्यवाही की जाये। 

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