शिवपुरी 24 सितम्बर 2024। मलेरिया एवं डेंगू की रोकथाम के लिए मलेरिया बचाव दल शहर में घर-घर जा रहे हैं। साथ ही पानी टंकियों और जल संग्रहण क्षैत्रों का निरीक्षण कर डेंगू और मलेरिया के लार्वा का विनिष्टिकरण कर रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषीश्वर के अनुसार म.प्र. में मलेरिया के बढ़ते केसों को देखते हुए शिवपुरी जिले में मलेरिया रोकथाम के लिए कार्यरत कर्मचारियों को घर-घर जाकर सर्वे करने तथा लार्वीसाइडल दवा का छिडकाव करने के निर्देश जारी किए गए हैं। जिनके क्रम में आज दिनांक 24.09.2024 को एण्टीलार्वा टीम द्वारा वार्ड क्रमांक 7 राठौर मोहल्ला, हम्माल मोहल्ला, टी.वी.अस्पताल के पीछे के क्षेत्र में लार्वीसाइडल दवा का छिडकाव किया गया । दल द्वारा 80 घरों में लार्वा सर्वे कार्य किया गया जिनमें 620 टंकी, कूलर, कंटेनर चैक किए गए। जिनमे 34 कंटेनरों में लार्वा पाया गया जिसका टीम द्वारा मौके पर विनिष्टीकरण की कार्यवाही की गई। इसी प्रकार जिले में ग्रामीण क्षैत्रों में मलेरिया सुपर वाईजर, आशा कार्यकर्ता, आशा सहयोगनी आदि के दल द्वारा लार्वा #धमाका न्यूज़ : मलेरिया बचाव दल जिले में कर रहा लार्वा विनिष्टिकरण की कार्यवाही की जा रही है।
मलेरिया और डेंगू के लक्षण और वचाब के उपाय
मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो संक्रमित मच्छर में मोजूद परजीवी की वजह से होती है। ये रोगाणु इतने छोटे होते हैं कि हम इन्हे देख नही सकते। मलेरिया बुखार प्लॅाजमाडियम वीवेक्स नामक वाइरस के कारण होता है।
एनाफिलीज नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से मनुष्यों के रक्त प्रवाह में ये वाइरस संचारित होता है। मलेरिया बीमारी में मुख्य रूप से बुखार आना, सिर दर्द, उल्टी होना , मन का मचलना, ठंड लगना, चक्कर आना, थकान होना, पेट दर्द, तेजी से सांस लेने में समस्या आना आदि लक्षण है।
मलेरिया के मच्छर अधिकतर शाम या रात को काटते है इसलिए इस समय संभव हो तो घर में ही रहे। मलेरिया से बचने के लिए उन कपडो का उपयोग करे जो शरीर के अधिकांश हिस्से को ढक सके। घर के आसपास पानी को जमा ना हाने दे क्योंकि इसमे मलेरिया के जीवाणु पैदा होने का खतरा रहता है , यदि किसी व्यक्ति के शरीर में बुखार तेजी से बढ रहा है तो उसे किसी डॉक्टर की सलाह लेकर जॉच करवानी चाहिये। मलेरिया का उपचार समस्त शासकीय संस्थाओ पर निशुल्क उपलब्ध है।

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