बता दें की बीती 17 सितंबर 24 को अनंत चतुर्दशी की रात्रि में समिति द्वारा प्रायोजित झांकी समारोह एवं श्री गणेश विसर्जन समारोह को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के उपरांत 19 सितंबर की सुबह समिति के महामंत्री, 38 वर्षों से समिति का कार्यभार महामंत्री के रूप में संभाल रहे महेंद्र रावत ने अपने पद और और समिति की सदस्यता से अपना त्यागपत्र दे दिया, और समिति के दायित्वों से मुक्त हो गए ।इसके कुछ ही समय बाद उसी दिन समिति के उपाध्यक्ष श्री तरुण अग्रवाल ने भी अपना इस्तीफा समिति से दे दिया आज दिनांक 25 सितंबर को सुबह 9:00 बजे समिति के अध्यक्ष श्री तेजमल जी सांखला ने भी समिति के अध्यक्ष पद से और समिति से अपना त्यागपत्र दे दिया है और इस प्रकार जिन कार्यकर्ताओं ने अभी तक इस समिति को इस ऊंचाई पर अपने परिश्रम से पहुंचाया है, उनका इस्तीफा देकर समिति छोड़ने को मजबूर होना इस बात का सूचक है कि जब कोई संस्था सफल होने लगती है, तो उसमें स्वार्थी तत्वों की भी भरमार करने का प्रयास किया जाता है ।जिससे निष्ठावान समर्पित व्यक्तियों का कार्य कर सकना सहज संभव नहीं रहता है। यह समस्त समाज के लिए एक बड़ा विचारणीय विषय है।

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