शिवपुरी / कोलारस। कोलारस इलाके में विधायक महेंद्र यादव और बीजेपी के नेता यशपाल भूपेंद्र रावत के बीच राजनैतिक उठापटक किसी से छिपी नहीं है, इसी बीच बीती रात एक मुरम खनन और जिला प्रशासन के छापामार कांड ने राजनीति में तड़का लगा डाला है। तो वहीं छापामार कार्रवाई के बीच एक मैनेजर की कुएं में मिली संदिग्ध लाश ने पूरे मामले को लेकर वबाल मचा डाला है। उक्त मामले में विधायक यादव, बीजेपी नेता रावत, कोलारस एसडीएम अनूप श्रीवास्तव, खनिज अधिकारी प्रमोद शर्मा के हवाले से पढ़िए पूरी खबर...
जानकारी के अनुसार अवैध मुरम उत्खनन की सूचना पर मंगलवार-बुधवार की आधी रात प्रशासन व पुलिस ने कोलारस पड़ोरा गांव में ब दबिश दी तो जेसीबी चालक मौके पर जेसीबी छोड़कर भाग गया। चालक को ढूंढ़ने गाड़ी से चार युवक निकले, जिसमें से रावत एन्ड संस के मैनेजर बताये जा रहे कमल भार्गव (25) की कुएं में गिरने से मौत हो गईं है। रात में ही उसे कुएं से निकाला गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई, वह कैसे गिरा या क्या घटना घटी पुलिस जाँच में जुट गईं है। उधर, खनिज विभाग ने बुधवार को मौके पर जांच कर 6 लाख 32 हजार रुपए की अवैध मुरम उत्खनन किये जाने को लेकर केस दर्ज कर भाजपा नेता यशपाल सिंह रावत पर 1.89 करोड़ रुपए पेनल्टी लगा दी है। इस संबंध में भाजपा नेता रावत का आरोप है कि विधायक के दबाव में झूठी कार्रवाई की गई है। वहीं कोलारस से भाजपा विधायक महेंद्र यादव का कहना है कि मैंने तो एसडीएम को 'इनके (यशपाल) के पक्ष में कॉल किया था।' इसके पहले कोलारस तहसीलदार सचिन भार्गव और कोलारस टीआई अजय सिंह जाट मंगलवार-बुधवार की रात को पुलिस बल के साथ पड़ोरा गांव पहुंचे। दोनों अधिकारियों का कहना है कि रात करीब 12 बजे उनके पास वरिष्ठ अधिकारियों का फोन आया था। इसके बाद वे पड़ोरा गांव गए। गांव में आदिवासी बस्ती वाले रास्ते पर पहुंचे तो टीम को देखकर एक पोकलेन मशीन और जेसीबी को छोड़कर चालक मौके से भाग गए। इसी घटनाक्रम के दौरान पड़ोरा में आयशर कंपनी पर नाइट शिफ्ट में काम करने वाले मैनेजर कमल भार्गव (25) पुत्र स्व. नरेश भार्गव निवासी गोविंद नगर शिवपुरी सहित तीन कम्पनी के तीन अन्य युवकों के संग जेसीबी ड्राइवर को ढूंढने कमल गाड़ी से निकला। लेकिन न जाने कैसे इस बीच कमल कुएं में गिर गया। उसे रात में ही ढूंढ़कर कुएं से निकाला गया लेकिन कमल की मौत हो चुकी थी। इस मामले में कोलारस में पीएम कराकर पुलिस ने मर्ग कायम कर उस लिया लेकिन कमल कुएं में कैसे गिरा, यह अभी भी बड़ा सवाल पहेली बना हुआ है।
कमल दिन में कोचिंग और रात में करता था नौकरी, 3 भाई में मझला था
मृतक कमल भार्गव ने शॉर्टहैंड की थी। वह एसएससी की तैयारी कर रहा था। दिन में कोचिंग पढ़ने जाता था और नाइट शिफ्ट में आयशर कंपनी पड़ोरा में काम करने जाता था। पिता की 10 साल पहले मौत हो चुकी है। तीन भाइयों में कमल दूसरे नंबर का था।
रात 3 बजे बड़े भाई के पास फोन पहुंचा, कमल की तबीयत खराब है
कमल के बड़े भाई पंकज भार्गव का कहना है कि मंगलवार की शाम 7:30 बजे कमल हर दिन की तरह आयशर कंपनी पड़ोरा पर ड्यूटी करने निकला था। रात 3 बजे उसके दोस्त अभिषेक शर्मा का कॉल आया कि तुम्हारे भाई की तबियत खराब है। उसके बाद वे आयशर कंपनी पड़ोरा पहुंचे। वहां पता चला कि कमल की कुएं में पैर फिसलने से मौत हो गई है। पंकज ने कहा- मेरे भाई तो कंपनी में लिखा-पढ़ी का काम करता था। ऑफिस में बैठता था। इस पर आयशर कंपनी वाले कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी का जेसीबी चालक मिल नहीं रहा था। उसको ढूंढने के लिए पड़ोरा की तरफ कमल भार्गव और कंपनी में काम करने वाले बंटी रावत, खुमान रावत, अंकेश धाकड़ गए थे।
निजी जमीनों में 4 जगह अवैध उत्खनन, 1.89 करोड़ रु. पेनाल्टी
जिला खनिज अधिकारी प्रमोद शर्मा और माइनिंग इंस्पेक्टर सोनी श्रीवास बुधवार को पड़ोरा गांव पहुंचे थे। खनिज विभाग ने निजी जमीनों पर 4 जगह अवैध मुरम उत्खनन होना बताया है। यह जमीनें पटेल एंड संस फर्म के संचालक यशपाल सिंह रावत व उसके परिवार के लोगों की हैं। चारों जगह से कुल 12645 घन मीटर मुरम का उत्खनन हुआ है, जिसकी कीमत 6 लाख 32 हजार 250 रु. है। पांच गुना पेनाल्टी और इतनी ही पर्यावरण क्षति के लिए कुल 1.89 करोड़ की पेनाल्टी आंकी गई है। खनिज विभाग ने मौके पर जांच के बाद भाजपा नेता यशपाल रावत पर 1.89 करोड़ रु. की पेनल्टी लगाए जाने की बात कही।
भाजपा नेता रावत ने कहा- विधायक के दबाव में कार्रवाई, कोलारस विधायक महेंद्र यादव का षड्यंत्र
अवैध उत्खनन की कार्रवाई में कोलारस विधायक महेंद्र यादव का षड्यंत्र है। पहले बंजारे के लड़के मरे थे, उस समय भी उन्होंने मुझे फंसाने का प्रयास किया था। प्रशासन उनकी मदद कर रहा है। यह कार्रवाई पूरी तरह झूठी है। एसडीएम, तहसीलदार और टीआई मौजूद थे तो लड़का कैसे गिरा और कैसे भागा, यह बड़ा सवाल है। पार्टी में शिकायत करूंगा।
मैंने तो उनके पक्ष में ही एसडीएम को कॉल किया
मेरा यशपाल रावत से कोई विवाद नहीं हुआ। उन्होंने मेरा व्यक्तिगत नुकसान भी नहीं किया। वे चुनाव में बैजनाथ की तरफ रहे, इसलिए उनको ऐसा लगता है। मैं बीमार होने से रात 10:30 बजे ही सो गया। उनके चाचा धर्मेंद्र रावत का रात 1 बजे कॉल आया कि हमारी गाड़ियां पकड़ी गईं हैं, मदद कर दो। इनके पक्ष में ही मैंने एसडीएम को कॉल किया।
महेंद्र यादव, भाजपा विधायक, कोलारस
ये बोले कोलारस टीआई
अवैध उत्खनन को लेकर तहसीलदार सचिन भार्गव का फोन मुझे आया था। उन्होंने पुलिस बल की मांग की थी। मैं और मेरी पुलिस टीम उनके साथ संयुक्त कार्रवाई करने रात 12 बजे पड़ोरा निकल गए। कुएं में गिरकर युवक की मौत हुई है। पीएम कराकर मर्ग कायम कर विवेचना में ले लिया है।
अजय सिंह जाट, टीआई, पुलिस थाना कोलारस
ये जानकारी दी कोलारस एसडीएम ने पढ़िए एसडीएम अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि 29 अक्टूबर की रात्रि लगभग 11 बजे सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम पड़ोरा में पोकलेन और जेसीबी लगाकर लाल मुरम का अवैध उत्खनन किया जा रहा है। पूर्व में इस तरह की सूचना प्राप्त हुई है जिसमें विगत माह मुरम से बने गड्ढों में भरे हुए पानी में डूबने पर 3 बंजारा बालकों की मृत्यु हो गई थी।
सूचना प्राप्त होते ही राजस्व टीम तहसीलदार ,पटवारी एवं पुलिस टीआई समेत लगभग 8 से 9 लोगो का बल मौके पर पहुंचा। मौके पर जेसीबी एवं पोकलैन चलती हुई मिली जिसमे ऑपरेटर प्रशासन को देखकर अंधेरे में मौके से भाग गए। तब जेसीबी चालू स्थिति में रखी थी और पोकलेन को ऑपरेटर बंद करकर भाग गया था। ऐसी स्थिति में हमारे द्वारा दूसरे ऑपरेटर की व्यवस्था के लिए प्रयास किया गया। जब तक मशीन के मालिक यशपाल रावत मौका स्थल पर पहुंचे। तभी जेसीबी के लिए एक व्यक्ति बुलवाया गया जो चलाकर थाने ले जाने लगा। इसके साथ साथ ही एक और व्यक्ति पोकलेन चलाने का प्रयास कर रहा था।डीजल डालने का बोलकर जेसीबी थाने ले जाने के पहले वर्कशॉप में ड्राइवर ले गया।तभी पुलिस के साथ टीम वहा पहुंची तो खबर लगी कि स्टाफ का एक लड़का मिसिंग है और कुएं में गिर गया है। जिसकी जानकारी कमल पुत्र स्व. नरेश भार्गव निवासी गोविंद नगर शिवपुरी थाना देहात होना बताया गया, जिसकी बॉडी यशपाल रावत के स्टाफ द्वारा निकालकर मृतक के भाई के समक्ष कोलारस अस्पताल में रखवाई गई।
एसडीएम कोलारस ने वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए जानकारी दी है। कि मशीन जप्त करने के स्थल और कुआ जो की सड़क के साइड में स्थित है और फेंसिंग भी रोडसाइड में है। इसमें लगभग 800 मीटर से भी अधिक की दूरी है। लड़का अपने साथियों के साथ वहां से कैसे निकला और घटना स्थल पर कैसे पहुंचा। इसकी जांच पुलिस कर रही है । इस संपूर्ण कार्यवाही में किसी भी प्रकार की भगदड़ या दबिश जैसा माहौल नहीं था। आसानी से मशीन जप्त कर ली गई थी। प्रकरण में माइनिंग टीम के साथ मुरम के खड्डों का नाप कर प्रकरण तैयार किया गया है । पोकलेन मशीन और जेसीबी जप्त कर कोलारस थाने में रखी हुई है।

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