शिवपुरी। जिले में केंद्रीय मंत्री द ग्रेट ज्योतिरादित्य सिंधिया और कलेक्टर रवीन्द्र कुमार ने भले ही खाद के भंडार भरवा दिए हों लेकिन जिले के किसानों को खाद लेने के लिए तरह तरह के जतन करते देखा जा रहा है। कुछ इसी तरह का नजारा कोलारस अनुविभाग में देखने को मिला ज़ब खाद की चिंता में व्याकुल अन्नदाता (किसानों) ने खाद वितरण केंद्र पर रात गुज़ारने का फेंसला किया। वैसे तो फसल मंडी में लाकर किसान कई बार केंद्रों पर जागते हैं लेकिन यहाँ कुछ डिफरेंट नजारा मिला ज़ब केंद्र पर ईंटो की लम्बी कतार दिखाई दी। इतना ही होता तो ठीक लेकिन इन ईंटो पर किसानों के आधार कार्ड भी रखे दिखाई दिए और हद तो तब हुई ज़ब इन ईंट के पास कुछ किसान बैठे तो कुछ लेटकर रात गुज़ारते दिखाई दिए। पास में पीने के पानी की कट्टीया भी नजर आई। हालांकि केंद्र पर पीने के लिए पानी का टेंकर भी मौजूद था।
सुबह भीड़ से बचने कर रहे जगराता
ये नजारा कोलारस तहसील परिसर में देखने मिला ज़ब किसानों ने रातभर लाइन में लगकर टोकन का इंतजार किया। ग्राम राई रोड स्थित कोलारस तहसील प्रांगण में सोमवार की रात किसान ईंटों पर अपने आधार कार्ड को रखकर लाइन लगाए दिखे। खाद वितरण की सूचना पर किसान खाद लेने पहुंचे थे और सुबह भीड़ होने की संभावना के चलते किसानों ने रात में ईंटों पर अपने आधार कार्ड रखकर नंबर लगा दिया था। रातभर खाद वितरण केंद्रों पर इस तरह लाइन लगाकर किसान तहसील परिसर में ही रात बिताने के लिए मजबूर हुए। सरकारी घोषणा के बाद खाद्य वितरण केंद्रों पर खाद का वितरण तो हुआ लेकिन 1000 कट्टे ही किसानों के बीच बांटे गए।
सोमवार को नहीं मिला खाद तो लगाई लाइन
सोमवार को दिन भर किसान खाद के लिए परेशान होते रहे, अंत में खाद नहीं मिल सका। इसके बाद मंगलवार के लिए कोलारस की नई तहसील परिसर में किसानों ने ईंटों पर अपने आधार कार्ड रखकर रात से ही लाइन लगा दी थी। किसानों का कहना है कि उन्हें पिछले कई दिनों से खाद नहीं मिली है। सोमवार को खाद बांटे जाने का प्रशासन ने एनाउंसमेंट कराया। एनाउंसमेंट में बताया गया कि मंगलवार सुबह 8 बजे से कोलारस नई तहसील में टोकन बंटना शुरू होंगे और साढ़े 10 बजे से अनाज मंडी से खाद वितरण किया जाएगा।
खाद के लिए बीते 6 दिन से भटक रहे हैं किसान
पिछले 6 दिन से किसानों को खाद उपलब्ध नहीं हो पाई है। परेशान किसान सोमवार रात से ही लगने वाली टोकन की लाइन में अपना नंबर लगाने पहुंचे। एक किसान ने बताया कि वह रविवार की रात 3 बजे अपने गांव से खाना लेकर आया है। सोमवार को खाद नहीं मिली तो उसने मंगलवार को खाद वितरण का एनाउंसमेंट सुना था, इसी के चलते उसने अपना नंबर ईंट पर आधार कार्ड रखकर लगा दिया है। ये बोले किसान
खतौरा के किसान अंकित भार्गव ने बताया "सोमवार सुबह 4 बजे से आये हैं, उसे सुबह टोकन नहीं मिला, कई किसान 3 दिन से खाद के लिए डेरा डाले हैं, फिर भी उन्हें मंगलवार को खाद के टोकन नहीं मिले"

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