बैकयार्ड पोलट्री-कड़कनाथ पालन से हम महिलाए कुटीर उद्यम अपनाकर रोजगार और स्वास्थ्य में अपने को आत्मनिर्भर बनाएगें : नर्मदा शाक्य
शिवपुरी। कृषि विज्ञान केन्द्र, शिवपुरी के समन्वय में ग्राम गिरमौरा, टोंगरा एवं शहर के नजदीक के ग्रामों से आईं लगभग आधा सैकड़ा ग्रामीण महिलाओं की सहभागिता में एक दिवसीय रोजगारमूलक प्रशिक्षण जिसमें जड़ी-बूटियांे का एकीकरण एवं प्रसंस्करण, मधुमक्खीपालन, बैकयार्ड पोलट्री-कड़कनाथ पालन से ग्रामीण कुटीर उद्यम सृजन के साथ रोजगार और स्वास्थ्य में समृद्धि की थीम को ध्यान में रखते हुए व्यावहारिक प्रशिक्षण पाॅवर पाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से कृषि विज्ञान केन्द्र, शिवपुरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डाॅ. पुनीत कुमार के निर्देशन में दिया गया। अधिक जानकारी देतु हुए कार्यक्रम संयोजक डा. एम.के. भार्गव ने बताया कि आज केब्हीके शिवपुरी पर शक्तिशाली महिला संगठन समिति एवं तथा कृषि विज्ञान केन्द्र शिवपुरी द्वारा संयुक्त रुप से आधा सैकड़ा ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने एवं उनकी आय में बृद्धि हेतु जड़ी-बूटियांे का एकीकरण एवं प्रसंस्करण, मधुमक्खीपालन, बैकयार्ड पोलट्री-कड़कनाथ पालन से ग्रामीण कुटीर उद्यम मशरूम उत्पादन की संभावनाएं एवं तकनीक के बारे में केन्द्र के वैज्ञानिक डाॅ. जे. सी. गुप्ता द्वारा आॅडियो विजुअल के माध्यम से व्याख्यान दिया। वैज्ञानिक डाॅ. ए. एल. बसेड़िया कृषि अभियांत्रिकी ने जड़ी-बूटियों के प्रसंस्करण एवं समूह के माध्यम से रोजगार की संभावना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। शिवपुरी जिले में जड़ी-बूटियों की उपलब्धता एवं उत्पादन की संभावनाओं एकत्रीकरण से व्यापार के बारे में केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. एम. के. भार्गव द्वारा बतलाया गया। खेती के साथ-साथ एवं भूमिहीन किसान महिलाओं को घर के पिछवाड़े/बैकयार्ड पोलट्री विशेषकर कड़कनाथ के पालन से संबंधित जानकारी जिसमें चूजों की उपलब्धता, रख-रखाव, चूजों का स्वास्थ्य एवं मुर्गी पालन से रोजगार के बारे में कौशल से दक्ष बनाते हुए पाॅवर पाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से व्याख्यान दिया। इस अवसर पर केन्द्र के अन्य वैज्ञानिक डाॅ. पुष्पेन्द्र सिंह, डाॅ. लक्ष्मी द्वारा भी प्रशिक्षण में जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा प्रकाशित तकनीकी साहित्य वितरण एवं पंजीयन श्रीमती आरती बंसल स्टेनो द्वारा किया गया।
शक्तिशाली महिला संगठन की ओर से रवि गोयल एवं कार्यक्रम अधिकारी श्रद्वा जादौन के साथ उनकी पूरी टीम ने ग्रामीण महिलाओं से कुटीर उद्यमों के साथ कृषि विज्ञान केन्द्र से व्यावहारिक जानकारी एवं तकनीकियांे को सीखकर अपने परिवार के पोषण के साथ-साथ छोटे कुटीर उद्यम के रूप में समूह के माध्यम से कार्य करने के लिए प्रेरित किया एवं समय-समय पर और अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञों से परामर्श लेने के सुझाव भी दिए। साथ ही कहा कि आप इस प्रशिक्षण को लेकर जो भी काम आपको अच्छा लगे उसको करने के लिए आगे आए हम आपको पूरा सहयोग करने का प्रयास करेगें । प्रशिक्षण में अन्नपूर्णा समूह की नर्मदा शाक्य ने कहा कि बैकयार्ड पोलट्री-कड़कनाथ पालन से हम महिलाए कुटीर उद्यम अपनाकर रोजगार और स्वास्थ्य में अपने को आत्मनिर्भर बनाएगें एवं शिवपुरी जिले का नाम रोशन करेगें।
प्रशिक्षण में आये ग्रामीण महिला प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण की उपयोगिता एवं महत्ता के बारे में बतलाते हुए इस तरह के प्रशिक्षणों को अपने रोजगार एवं स्वास्थ्य के लिए उपयोगी बतलाया तथा कृषि विज्ञान केन्द्र की प्रदर्शन इकाइयों का अवलोकन भी किया गया।

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