शिवपुरी। नवदुर्गा महोत्सव के दौरान इन दिनों ग्राम सेसई मैं नवनिर्मित मंदिर मैं माता की मूर्ति स्थापना के साथ साथ , सात दिवसीय श्री मद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ मैं धर्म रस की गंगा वह रही है।तृतीय दिवस की कथा मैं बालयोगी पं.वासुदेव नंदिनी भार्गव ने श्री नरसिंह भगवान अवतार व शिव पार्वती विवाह पर प्रवचन देते हुए कहा कि भगवान को प्रसन्न करने के लिये व्रांम्हण, देवता या ऋषि का होना, सदाचार या विविध ज्ञानों से संपन्न होना तथा दान,तप बड़े व्रतों का अनुष्ठान पर्याप्त नहीं है।
भगवान सिर्फ निष्काम भक्ति से ही प्रसन्न होते हैं और तो सव विडंबना मात्र है।यहां माता रानी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के साथ चल रही श्रीमद्भागवत कथा और नवदुर्गा महोत्सव मैं दूर दूर से कथा के रसिक श्रोता भारी संख्या में आ रहे हैं।
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