शिवपुरी। लड़कियों के लेट घर आने पर अक्सर हम उनसे अनेकों सवाल करते है, पर जब लड़के लेट हो जाते है तो हम कभी उनसे सवाल नहीं पूछते। अगर हम लड़कियों पर पाबंदियां लगाने के बजाय लड़कों को संस्कारित करने के प्रयास करें तो सायद बेहतर परिणाम आ सकते है। यह सुझाव जिला बाल संरक्षण कार्यालय में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम में प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी महेंद्र सिंह अम्ब ने दिया।
उन्होंने कहा कि आज लड़के और लड़कियों को समान अवसर देने की जरूरत है। अगर हम लड़कियों को पाबंदियों में रखेंगे तो उन्हें विकास के समुचित अवसर नहीं मिल पाएंगे। इसके लिए हम सबको मिलकर लड़कों को लड़कियों का सम्मान करने के संस्कार देने होंगे।
कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सुषमा पांडेय ने बालक- बालिकाओं को भेदभाव रहित माहौल उपलब्ध कराने का सुझाव दिया। विशेष किशोर पुलिस इकाई प्रभारी सूबेदार गायत्री इटोरिया ने किशोरों के संरक्षण और कल्याण के लिए पुलिस विभाग के प्रयासों की जानकारी दी।
बाल संरक्षण अधिकारी राघवेंद्र शर्मा ने बच्चों के लिए चलाई जारही शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। वन स्टॉप सेंटर की लीगल केस वर्कर गुंजन शर्मा ने घरेलू हिंसा एवं अन्य हिंसाओं से पीड़ित महिलाओं को वन स्टॉप सेंटर की सुविधाओं के संबंध में जानकारी दी। ममता संस्था की जिला समन्वयक कल्पना रायजादा द्वारा बच्चों के अधिकार एवं बाल विवाह के दुष्परिणामों को बताते हुए रोकथाम की जानकारी दी गई।
पढ़ाई में श्रेष्ठ बालिकाएं पुरस्कृत
कार्यक्रम में कक्षा 10 एवं 12 की परीक्षा में जिले में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाली पिंकी कुशवाह,काव्या श्रीवास्तव,रौनक शर्मा, अवधी जैन,दीप्ती रावत,सिद्धी कुशवाह को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया। इस दौरान बालिकाओं एवं उनके माता-पिता द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्लोगन के सेल्फी पॉइंट पर सेल्फी ली गई। कार्यक्रम से संचालन सामाजिक कार्यकर्ता जीतेश जैन के द्वारा किया गया।

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