शिवपुरी। उरांव सरना एवं अन्य आदिवासी सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन समिति शिवपुरी द्वारा मानस भवन में शरद पूर्णिमा के मौके पर बीते रोज पारम्परिक वेषभूषा में करमा पर्व धूमधाम से मनाया गया। अपने प्रचलित बाद्य यंत्रो की थाप व पारम्परिक वेशभूषा से सुशोभित महिलाओं व पुरुषों द्वारा शानदार आदिवासी नृत्य किया गया । समाज बंधुओं ने बताया कि करमा पर्व मनाने का उद्देश्य अपनी पारम्परिक संस्कृति व पूजा अर्चना की धरोहर को कायम रखना जो आने वाली नई पीढ़ी को हस्तांतरित करना है। इस पर्व में करमा नामक पेड़ की तीन शाखाओं को एक निश्चित स्थान पर समाज के बैगा द्वारा स्थापित कर पूजा अर्चना की गई। इस पेड़ के नीचे बैठकर कुवारी कन्याओं द्वारा भगवान भोलेनाथ व माता पार्वती की आराधना की गई और मनोकामनाएं पूरी होने की दुआ मांगी गई। इस पूजा में समुदाय के लोगो द्वारा रात भर भजन पूजन, कीर्तन व नाच गाकर रात्रि जागरण किया गया। ततपश्चात करमा पेड़ की शाखाओं कोविसर्जित कर दी गई। (फोटो: कार्यक्रम में मौजूद पारम्परिक वेशभूषा में आदिवासी)

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें