पूरे शहर के नालों से कचरा बहते हुए जाधव सागर झील में आता है और फिर यही कचरा पूरा सांख्य सागर झील में आ जाता है जिससे झील प्रदूषित हो रही हैं और वन्प्रनियों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा हैI
शहर में मीडिया द्वारा एवं अन्य सामाजिक चेतना रखने वाले व्यक्तियों द्वारा समय-समय पर इस माले को उठाया है लेकिन कोई भी ठोस कार्यवाही प्रशासन या नेशनल पार्क द्वारा नही की गई हैI
शहर के पत्रकार और अभिषेक (द बेटर शिवपुरी) द्वारा यह मामले को एनजीटी में लगाया गया जिसके बाद एनजीटी द्वारा एक कमिटी गठित की गई और इस कमिटी द्वारा मौके पर जांच कर एक प्रतिवेदन कोर्ट में दिया गया हैI
एनजीटी द्वारा गठित कमिटी के निमंलिखित सुझावों को सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं :
i. जाधव सागर, सांख्य सागर और करबला क्षेत्र में सभी अत्रिक्रमण हटाने को निर्देशित किया है
ii. जाधव सागर से कचरा रोकने के लिए एक मल्टीलेयर स्क्रीन वाल तैयार करना
iii. जाधव सागर और संख्या सागर के चारों तरफ फेंसिंग और सूचना पटल लगाना
iv. दोनों झीलों में से जलकुम्भी हटाने के निर्देश
v. जाधव सागर और सांख्य सागर में कोई भी काम करने से पहले राज्य वेटलैंड अथॉरिटी से परामर्श बिना नही किया जाए
vi. दोनों झीलों में सीवर के पानी को रोकने हेतु नगर पालिका और पीएचई को निर्देश
इस मामले में पैरवी अभय जैन एवं राशिका नारायण अधिवक्ता द्वारा की गई एवं अगली सुनवाई 12 दिसम्बर को नियत हैI

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