उक्त प्रस्ताव के पीछे एक नहीं बल्कि कई एक कारण सामने आए हैं जिनमें दिनांक 08.11.2024 को प्रभारी मंत्री श्री प्रधुमन सिंह तोमर ने जब कस्बा करैरा नगर परिषद के कार्यों का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगर परिषद करैरा श्री पूरनसिंह कुशवाह बिना सूचना मुख्यालय से अनुपस्थित पाये गये। साथ ही म०प्र० शासन की महत्वपूर्ण योजना सी.एम. हेल्पलाईन के संतुष्टिपूर्वक निराकरण हेतु विभिन्न समीक्षा बैठकों एवं गूगल मीट में निर्देशित किये जाने के उपरांत भी नगर परिषद करैर क्षेत्रान्तर्गत संतुष्टि के साथ बंद शिकायतों का वेटेज स्कोर 24 प्रतिशत, 50 दिवस से अधिक लंबित शिकायतों का वेटेज स्कोर 11.46 प्रतिशत होकर वर्तमान में नगर परिषद करैरा 'डी' ग्रेड में है। जिसके कारण जिले एवं प्रदेश की रैंकिंग प्रभावित हो रही है।
इसी प्रकार नगर परिषद करैरा में केन्द्र शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं यथा स्वनिधि से समृद्धि योजना अंतर्गत हिग्राहियों के प्रोफाईलिंग कार्य की प्रगति 46.25 प्रतिशत तथा पात्र हितग्राहियों को 08 जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़े जाने की प्रगति मात्र 05 प्रतिशत, एनयूएलएम स्वरोजगार योजना में केवल 10 प्रतिशत है तथा स्व-सहायता समूह ग्रुप लोन, बैंक लिंकेज, क्षेत्र स्तरीय संगठन के गठन में लक्ष्य के विरूद्ध प्रगति शून्य है।
भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना 70 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाये जाने का कार्य अभियान चलाकर किये जाने के निर्देश दिये गये है परंतु सीएमओ करैरा द्वारा इस कार्य में कोई रुचि नहीं ली गई और आज दिनांक तक नगर परिषद करैरा की प्रगति शून्य है। जिससे स्पष्ट है कि इनके द्वारा शासन एवं वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना की गई है। यही कारण रहा कि अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) अनुभाग करैरा की अनुशंसा पर कलेक्टर जिला शिवपुरी, श्री रवीन्द्र कुमार चौधरी ने आयुक्त, ग्वालियर संभाग ग्वालियर को श्री पूरनसिंह कुशवाह, मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगर परिषद करैरा के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु प्रस्ताव प्रेषित किया है।

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