Responsive Ad Slot

Latest

latest

#धमाका_बड़ी_खबरः "MP के हाईप्रोफाइल अंतर्राज्यीय जालसाज दंपत्ति संदीप चतुर्वेदी व पार्वती चतुर्वेदी" को फिजिकल पुलिस ने किया गिरफ्तार, कोर्ट में किया पेश, भेजे गए जेल, "डिजिटल करेंसी में इन्वेस्टमेंट कराकर मोटी कमाई के नाम पर शिवपुरी के रामनारायण कुशवाह से ठगे 8 लाख से ज्यादा”, शिकायत पर पुलिस ने किया था धोखाधड़ी का केस दर्ज, बड़ी सफलता

रविवार, 10 नवंबर 2024

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी।ऑन लाइन इनवेस्टमेन्ट कराकर ज्यादा मुनाफा कमाने का प्रलोभन देकर धोखाधडी करने वाले एक शातिर पति पत्नि संदीप चतुर्वेदी व पार्वती चतुर्वेदी को
 फिजीकल पुलिस ने गिरफ्तार कर बड़ी सफलता प्राप्त की है, जिन्हें पूछताछ के बाद आज न्यायालय में पेश किया गया तो दोनों को जेल भेज दिया गया है।
उक्त संबंध में दिनांक 20.08.24 को आवेदक रामनारायण पुत्र आनंदी कुशवाह उम्र 46 साल निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी शिवपुरी व्दारा एक शिकायत पुलिस को की गई थी। शिकायत में आवेदक के साथ अनावेदक संदीप चतुर्वेदी एवं पार्वती चतुर्वेदी ने ऑनलाईन इनवेस्टमेन्ट कराकर ज्यादा मुनाफा कमाने का प्रलोभन देने के नाम पर आवेदक से लगभग 8 लाख 79 हजार 9 सौ रूपये प्राप्त कर धोखाधडी किये
जाने संबधी तथ्य लेख कराया है। आवेदन जांच पर से अनावेदकगण संदीप चतुर्वेदी एवं पार्वती चतुर्वेदी द्वारा धारा 420 भादवि का प्रथम दष्टिया अपराध घटित करना पाया जाने से बरिष्ट अधिकारियो की अनुमति उपरान्त अपराध क्रमांक 193 / 2024 धारा 420 भादवि का कायम कर विवेचना में लिया गया गया। इधर पुलिस अधीक्षक श्री अमन सिंह राठोर व्दारा जिले में अवैध मादक पदार्थ जुआ सट्टा, अवैध हथियार, अवैध खनन परिवहन अवैध शराब, अपराध नियंत्रण एवं जीरो टोलरेन्स अपनाने के निर्देश दिये गये थे उक्त निर्देश के पालन में अति. पुलिस अधीक्षक शिवपुरी सुधीर मूल, सीएसपी शिवपुरी संजय चतुर्वेदी के मार्गर्दशन में मामले की गंभीरता को देखते हुये एक टीम गठित की गई। फिर आरोपीयो की पतारसी हेतु टीम दिल्ली भेजी गई। टावर लोकेशन के आधार पर आरोपीगण संदीप चतुर्वेदी व पार्वती चतुर्वेदी को दिल्ली महाराणा प्रताप बस स्टेण्ड के बाहर पार्किंग में मिले जिनसे अपराध सदर में पूछताछ करने हेतु साथ लेकर वापस थाना आये आरोपीगणो से पूछताछ कर मेमोरेडण्म लेख किया गया जिन्होने अपना जुर्म स्वीकार करने पर आज दिनांक 10.11.2024 को आरोपीगण 1. संदीप पुत्र श्रीराम चतुर्वेदी उम्र 35 साल एवं पार्वती पत्नि संदीप चतुर्वेदी उम्र 34 साल निवासीगण सीताराम मंदिर के पास कानुगगो मोहल्ला कैथल हरियाणा को गिरफ्तार कर न्यायिक निरोध में भेजा गया है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
 उक्त कार्यवाही में निरीक्षक नवीन यादव, उनि कुसुम गोयल, सउनि हरीश सोलंकी, प्र.आर.331 राजवीर सिंह, म.आर. 434 अपर्णा व्दिवेदी की भूमिका सराहनीय रही।
एक अकेला ये मामला नहीं, कई मामले दर्ज 
बता दें कि जो आरोपी फिजिकल पुलिस ने पकड़े वे बेहद शातिर हैं और पुलिस को चकमा देते आए हैं लेकिन शहर के फिजिकल निवासी राम नारायण कुशवाह 
के साथ हुई 420 में इनके पुख्ता सबूत पुलिस को मिले हैं, जिनके आधार पर इन्हें दिल्ली से दबोचा गया। हालांकि पुलिस ने इनके खाते में रुपए होने के बाद भी खाते सीज नहीं करवाए ओर न हो रिमांड ली जिससे कुछ ओर खुलासे हो जाते। फिर भी शिवपुरी पुलिस ने एक अंतर्राज्यीय ठगों को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है।
अब तक 5 करोड़ से ज्यादा की ठगी
न सिर्फ शिवपुरी MP बल्कि कई अन्य राज्य के लोगों से 5 करोड़ की ठगी के ये आरोपी पति पत्नी आज शिवपुरी पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं।ये दोनों डिजिटल करेंसी में इन्वेस्टमेंट कर मोटी कमाई करवाने के नाम पर कुछ लोगों को ठगने के माहिर है यही कारण हैकी मध्यप्रदेश की साइबर पुलिस ने बीती 14 जुलाई को भी इस हाईप्रोफाइल साइबर ठग संदीप चतुर्वेदी को पकड़ा था, संदीप के साथ उसकी पत्नी पार्वती पर भी धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं, लेकिन वह पुलिस गिरफ्त में नहीं आई थी। जब जुलाई में पुलिस ने संदीप को पकड़ा था तो उससे दो दिन तक पूछताछ की थी और उसके बाद उसे छोड़ दिया था। अधिकारियों का कहना था कि उसके खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत तो है, मगर सीधे तौर पर अपराध में शामिल होना नहीं पाया गया। पुलिस की इस कार्रवाई पर पीड़ित सवाल उठाते रहे। पीड़ितों का कहना था कि उनसे दंपती ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर लाखों रु. वसूले, जिसके सबूत उनके पास है, फिर कैसे अपराध में शामिल होना नहीं पाया गया।
प्रदेश के बाहर भी ठगा लोगों को
इस दंपती का बैकग्राउंड भी खतरनाक रहा है। इन्होंने मप्र के अलावा ओडिशा, हरियाणा और दिल्ली में भी कई लोगों को शिकार बनाया है और अब तक 5 करोड़ से ज्यादा की ठगी कर चुका है। ये भी पता चला कि दोनों का एक दत्तक पुत्र है जो 16 साल का है और वारदातों में शामिल रहा है। संदीप चतुर्वेदी मूलत रीवा के हरदी गांव का रहने वाला है।
आइए पीड़ितों से समझते हैं कैसे ठगा उनको
केस 1: आरोपी संदीप और पार्वती ने शिवपुरी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी रामनारायण कुशवाह।से भी इसी तरह से 10 लाख रु. का फ्रॉड किया। कुशवाह ने बताया कि पैसों की वजह से मेरी बेटी की शादी टूटने वाली थी। इसी बीच मेरे घर पर भोपाल निवासी मुंह बोली बहन काजल आई। उसके साथ संदीप और पार्वती भी शिवपुरी आए थे। जब काजल ने उनसे हमारी मुलाकात करवाई तो दोनों ने मुझे बताया कि वे इन्वेस्टमेंट का काम करते हैं और कुछ पैसा इन्वेस्ट करेंगे तो फायदा होगा। उन्होंने मुझे मैटिक करेंसी के बारे में बताया। इसके बाद ट्रस्ट वॉलेट डाउनलोड करवाया। पहले मैंने 10 हजार रु. इन्वेस्ट किए। वॉलेट में मुझे 12 फीसदी के हिसाब से 40 रु. रोज वॉलेट में दिखाई देने लगे। संदीप ने कहा ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करेंगे तो ज्यादा कमीशन मिलेगा। उनके कहने पर मैंने 10 लाख रु. इन्वेस्ट कर दिए। मुझसे कहा कि रोज का 4 हजार रु. कमीशन मिलेगा। 25 महीने बाद मुझे 30 लाख रु. मिलेंगे। मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ बल्कि मेरा पैसा डूब गया।
केस 2: कोलार के बिजनेसमैन के साथ 32 लाख की धोखाधडी की
9 जुलाई को यशोदा परिसर कोलार रोड निवासी अजय शर्मा ने भोपाल साइबर सेल में धोखाधड़ी की शिकायत की। उन्होंने बताया कि संदीप और पार्वती चतुर्वेदी से मेरी मुलाकात कॉस्मेटिक दुकान पर हुई थी। ये उन्हीं की दुकान थी।
उन्होंने कहा कि हम कॉस्मेटिक दुकान के साथ-साथ डिजिटल करेंसी में इन्वेस्टमेंट का भी काम करते हैं। अगर आप डिजिटल करेंसी में इन्वेस्टमेंट करते हैं तो 10 से 15 फीसदी रिटर्न सालाना आपको मिलेगा। दंपति के बहकावे में आकर सबसे पहले मैंने 8000 रू. इन्वेस्ट किए। उसका रिटर्न रोजाना मेरे वॉलेट में शो हो रहा था। उसके बाद दोनों ने कहा कि जितना ज्यादा इन्वेस्ट करेंगे उतना रिटर्न मिलेगा। मैंने फरवरी से लेकर मार्च तक 32 लाख रु. इन्वेस्ट कर दिए। 3 जुलाई को अचानक मेरे वॉलेट में रिटर्न दिखना बंद हो गया। मैंने संदीप चतुर्वेदी से संपर्क किया तो उसका मोबाइल बंद था। अब अजय शर्मा, कोलार रोड निवासी का कहना हैं की 32 लाख रु. कम राशि नहीं होती। जब मैं कोलार रोड स्थित उनके किराए के मकान पर गया तो पता चला कि दोनों अपने पिताजी की तबीयत का बहाना बनाकर कनाडा भाग गए है।
केस 3: गहने खरीदने के लिए रखा पैसा इन्वेस्ट किया
भोपाल की बावड़िया कलां में रहने वाली अरुणा श्रीवास्तव की संदीप और पार्वती से मुलाकात एक सहेली के जरिए हुई थी। अरुणा बताती है कि 1 लाख 60 हजार रु. मैंने ज्वेलरी खरीदने के लिए रखे थे वह संदीप और पार्वती के कहने से इन्वेस्ट किए।
उन्होंने बताया था कि इन्वेस्टमेंट पर हर महीने 12 फीसदी का कमीशन मिलेगा। उनके कहने पर मैंने ऑस्कर नाम का एक ऐप भी डाउनलोड किया। अरुणा ने बताया कि दोनों ने घर पहुंचकर पूरे परिवार का ब्रेनवॉश किया। मेरे पति को शक हुआ तो उन्होंने पूछा कि इतना रिटर्न कौन देता है। उन्होंने मुझे समझाया था, लेकिन मैंने उनकी बात नहीं मानी। दुखी अरुणा ने कहा, मैंने पति को कहा कि आप निगेटिव सोच रहे हैं, पॉजिटिव माइंडसेट से सोचेंगे तो प्रॉफिट मिलेगा। मैंने पति की बात नहीं मानी और 1 लाख 60 हजार रु. गवां दिए।
केस 4: ओडिशा के प्रबीर से 25 लाख का फ्रॉड 
संदीप चतुर्वेदी ने न केवल मप्र बल्कि दूसरे राज्य जैसे ओडिशा, दिल्ली और हरियाणा में कई लोगों से फ्रॉड किया है। ओडिशा के रहने वाले व्यवसायी प्रबीर कुमार बिस्वाल कहते हैं कि इन्वेस्टमेंट के नाम पर मुझसे 45 लाख रु. ठग लिए।
बिस्वाल के मुताबिक उनकी संदीप से मुलाकात दिल्ली में किसी परिचित के यहां हुई थी। उसके बाद संदीप मुझसे मिलने ओडिशा आया। उसके साथ पार्वती भी थी। दोनों ने पहले मुझसे छोटा इन्वेस्टमेंट करवाया। मुझे प्रॉफिट नजर आया तो बड़े मुनाफे का लालच दिया। इस तरह मैंने 45 लाख रु. इन्वेस्ट कर दिए। प्रवीर ने कहा मुझे पता चला था कि भोपाल पुलिस ने उन्हें पकड़ा था, लेकिन दो दिन में पूछताछ कर छोड़ दिया। उनके खिलाफ इतने मामले है तो फिर पुलिस उन्हें क्यों पकड़ नहीं पा रही है। पुलिस ने कहा, संदीप के खिलाफ कोई टेक्निकल सबूत नहीं मिला
संदीप और पार्वती के खिलाफ पीड़ितों की शिकायत पर साइबर सेल ने नामजद धोखाधड़ी की धाराओं में एफआईआर दर्ज की हुई है। इस मामले की जांच कर रहे एसीपी सुजीत तिवारी ने तत्समय कहा था कि शिकायतों के आधार पर 14 जुलाई को संदीप चतुर्वेदी को रीवा से पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था। पूछताछ में उसने बताया कि उसने पैसा लेकर ऑस्कर प्लेटफॉर्म पर इन्वेस्ट किया था। अब कंपनी की तरफ से कोई रिटर्न नहीं दिया गया। एसीपी का कहना है कि संदीप चतुर्वेदी के खिलाफ कोई ठोस टेक्निकल सबूत नहीं मिले इसलिए उसे छोड़ दिया। हमने ऑस्कर प्लेटफॉर्म की डिटेल निकाली तो उसमें कुछ नंबर दिल्ली और हरियाणा के आए हैं। तिवारी ने कहा, हम मामले में इन्वेस्टिगेशन कर रहे हैं, जैसे ही हमें सबूत मिलेंगे आगे की कार्रवाई करेंगे। फिलहाल संदीप चतुर्वेदी संदिग्ध है।
एमपी के रहने वाले मगर आधार कार्ड में पता हरियाणा का 
संदीप और पार्वती जिस भी व्यक्ति से इन्वेस्टमेंट के नाम पर पैसा लेते उसे अपने आधार कार्ड की कॉपी देते थे। उसके आधार कार्ड में हरियाणा का पता लिखा हुआ है। पहली नजर में देखने पर ये आधार कार्ड फर्जी नजर आते हैं। आधार कार्ड पर कभी भी पासपोर्ट फोटो चस्पा नहीं होता जबकि दोनों के आधार कार्ड पर पासपोर्ट फोटो लगा है। इससे जाहिर है कि किसी और के आधार कार्ड को स्कैन कर उस पर फोटो चस्पा किया गया है। लग्जरी कपड़े और खाने के शौकीन पति- पत्नी संदीप और पार्वती लग्जरी लाइफ के शौकीन हैं। पीड़ितों के मुताबिक उनके पास एक एसयूवी है जिसका इस्तेमाल वे मीटिंग के लिए करते थे। ये मीटिंग किसी बड़े होटल या रेस्टोरेंट में होती थी। रेस्टोरेंट का बिल संदीप ही चुकाता था। कई पीड़ितों ने बताया कि संदीप और पार्वती दोनों कहते थे कि वे भी यदि इन्वेस्ट करेंगे तो इसी तरह लग्जरी लाइफ मेंटेन कर सकते थे। कई पीड़ितों ने बताया कि उनकी इस लग्जरी लाइफ को देखकर ही हम झांसे में आ गए।

कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129