जानिए किसने क्या की शिकायत
Rti एक्टिविस्ट संकेत साहू ने आरोप लगाया कि "आरटीओ के ये चारों कॉन्स्टेबल सौरभ के साथ बराबर के भ्रष्टाचारी हैं। इनकी भी प्रॉपर्टी की जांच की जानी चाहिए। जब से सौरभ के खिलाफ जांच शुरू हुई है, ये चारों कॉन्स्टेबल भी अंडरग्राउंड हो गए हैं। इन्होंने भी प्रदेश के परिवहन चेक पोस्ट से अवैध वसूली की है। प्रदेश और प्रदेश के बाहर अकूत संपत्ति बनाई है।" आरटीआई एक्टिविस्ट का कहना है, 'शिकायत में कोई दस्तावेज नहीं दिया है। सूत्रों के आधार पर शिकायत की है।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मिश्रा का कहना है कि
" आरटीआई एक्टिविस्ट से मिली शिकायत को सौरभ शर्मा के खिलाफ की जा रही जांच में शामिल किया जाएगा। इसकी जांच भोपाल लोकायुक्त कर रही है।
इन चारों के नाम की है संकेत ने ये शिकायत
शिवपुरी जिले के पिछोर का गौरव पाराशर
गौरव पाराशर, शिवपुरी जिले के पिछोर का रहने वाला है। खुद को पूर्व विधायक केपी सिंह का नजदीकी बताता है। केपी सिंह ने ही इन दोनों की मुलाकात करवाई थी। इसने इंदौर, पिछोर, श्योपुर और यूपी के झांसी जिले में जमीनें खरीद रखी हैं।
* रन्नौद का आरक्षक हेमंत jatv
हेमंत जाटव, शिवपुरी जिले के रन्नौद कस्बे का रहने वाला है। कुछ समय पहले 20 एकड़ जमीन रन्नौद में खरीदी है। ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर में भी जमीनी खरीद रखी हैं।
*सौरभ शर्मा का सबसे खास ये आरक्षक
धनंजय चौबे, यह सौरभ शर्मा का सबसे खास है। छिंदवाड़ा, इंदौर और भोपाल में जमीनें हैं।
*मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया का करीबी नरेंद्र
नरेंद्र सिंह भदौरिया, मूल रूप से भिंड का रहने वाला है। खुद को पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया का नजदीकी बताता है। ससुराल इंदौर में है। पत्नी, बच्चे इंदौर में ही रहते हैं। इंदौर में कोठी बनवा रहा है। श्योपुर, भिंड, ग्वालियर में इसने जमीन खरीद रखी हैं।
बहुत बड़ा कारीगर निकला सौरभ, बाप रे
भोपाल में आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के यहां 9 दिन में तीन एजेंसियां ईडी, लोकायुक्त और आयकर विभाग ने छापे मारे। कार्रवाई के दौरान अब तक उसके पास 93 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी मिली है। इनमें कार में मिला 52 किलो सोना और 11 करोड़ कैश भी शामिल हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 27 दिसंबर को सौरभ शर्मा और उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल, रोहित तिवारी के ठिकानों पर छापे मारे थे। सोमवार को ईडी ने बताया कि सर्च ऑपरेशन में सौरभ के परिजन और दोस्तों के खातों में 4 करोड़ रुपए का बैंक बैलेंस पाया है। इसके अलावा 23 करोड़ की संपत्ति भी जांच के दायरे में ली है।
भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर में की गई जांच में 6 करोड़ रुपए की एफडी की जानकारी भी ईडी के हाथ लगी है। फर्मों और कंपनियों के कागजात मिले हैं।

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