-मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान अंतर्गत हदय रोग शिविर का आयोजन
- रेडक्रास सोसायटी व स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित हदय रोग निदान शिविर सपन्न
शिवपुरी 24 जनवरी 2025। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित निःशुल्क हृदय रोग निदान शिविर में 28 बाल हदय रोगी निःशुल्क सर्जरी के लिए चिन्हाकित किए गए। इनकी सर्जरी भोपाल के जेके हॉस्पीटल में आयुष्मान भारत योजना व राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत की जावेगी। बाल हदय रोगियों के अलावा 03 वृद्ध भी एंजीयोग्राफी के लिए चिन्हाकित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान अंतर्गत कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी के निर्देशन में आयोजित निःशुल्क हदय रोग निदान शिविर का शुभारंभ भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व धूपदीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व सीएमएचओ डॉ संजय ऋषीश्वर, रेडक्रास सोसायटी के वाईस चेयरमेन आलोक एम इन्दौरिया, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ देवेन्द्र कौशिक, राजेन्द्र राठौर, संतोष शिवहरे, नमन विरमानी, श्री पंकज, लवलेश जैन चीनू द्वारा किया गया। हदय रोग शिविर में शिवपुरी शहरी क्षैत्र सहित जिले के कोलारस, सतनवाडा, पिछोर, करैरा, पोहरी, बदरवास, खनियाधांना के सुदूर इलाकों से रोगियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जिन्हें संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषीश्वर ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जनकल्याण की भावना से ओत प्रोत है इसलिए आमजन के जन कल्याण हेतु विशेष अभियान चलाया है। इसमें बाल हृदय रोगी बच्चों के उपचार के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की है। बच्चों के हदय रोग का उपचार कराने हेतु विशेष पोर्टल भी अभियान में तैयार किया गया है जिसमें वह भोपाल स्तर से मोनिटरिंग करेगें किस नौनिहाल को उपचार मिला या नही। आज का यह हदय रोग शिविर कलेक्टर सहाब रविन्द्र चौधरी जी ंके मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा से आयोजित किया गया है।
कार्यक्रम में अध्यक्षी उद्बोधन देते हुए रेडक्रास के वाईस चेयरमेन आलोक एम इन्दौरिया ने कहा कि हदय रोग एक संवेदनशील रोग है इसमें मौत का आंकडा तेजी से बडता है हर साल कई बच्चे इस रोग से मृत्यु का श्किर हो जाते हैं। इसलिए रेडक्रास सोसायटी का निरंतर प्रयास है कि वह अधिक से अधिक hrday रोग निदान शिविरों का आयोजन करें। यह इस वर्ष का दूसरा शिविर आयोजित है।
शिविर में जेके हॉस्पीटल के हदय रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ जीसी गौतम एवं डॉ आनंद यादव के सहायक चिकित्सक ने रोगियों का परीक्षण किया। जिसमें 28 बाल हदय रोगी विभिन्न प्रकार के हृदय रोगों से ग्रसित पाए गए जिनका चिन्हाकन सर्जरी के लिए किया गया। इसके अतिरिक्त 3 वृद्ध भी एंजीयोग्राफी के लिए चिन्हाकित किए गए। एक बच्चा ऐसा भी कैप में आया जिसका आरबीएसके अंतर्गत निरंतर फालोअप कर उपचार कराने से लाभ हुआ।
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