शिवपुरी। भाजपा में "जिलाध्यक्ष की ताजपोशी" के साथ ही मानो तूफान आ गया है। पिछले दो अध्यक्ष के कार्यकाल जिनमें सुशील रघुवंशी और फिर राजू बाथम बीजेपी के जिलाध्यक्ष रहे उन दिनों पार्टी में खामोशी से अध्यक्ष कार्यकाल चलता दिखाई दिया लेकिन इस बार जबसे करेरा के पूर्व विधायक जसमंत जाटव की जिलाध्यक्ष पर tajposhi हुई है मानों प्याली में तूफान आ गया या कहिए मुंबईया फिल्म के बाद सीधे साउथ की फिल्म का दौर आ गया है। उनकी नियुक्ति के बाद जिले में कहीं और से नहीं बल्कि उनके ही इलाके करेरा से बीजेपी के विधायक रमेश खटीक ने जसमंत की ताजपोशी पर विरोध जताया नतीजे में कांग्रेस को बीजेपी में गुटबाजी कहने का मौका मिला। शायद इसी के चलते अब गुटबाजी से इतर करेरा में "रार" ठन चुकी है। (रार का अर्थ है झगड़ा, टंटा, हुज्जत, या तकरार)। इसकी बानगी बीते रोज नरवर के मगरौनी इलाके में निकाले गए जसमंत के जुलूस में देखने को मिली।
डीजे पर कोई स्वागत गीत नहीं बल्कि सीधे धमकी भरे गीत
जहां डीजे पर कोई स्वागत गीत नहीं बल्कि सीधे धमकी भरे गीत गुंजायमान हुए। हरियाणवी अंदाज में डीजे पर जो गीत बजा उसके बोल थे। "जहां पर तेरा राज चले वहां से तुझे उठवा लेंगे,बदमाशी क्या होती हे आज तुझे बतला देंगे।" (देखिए सुनिए धमकी भरा गीत)
याद रहे मगरौनी विधायक रमेश खटीक का गृह नगर है। इससे यही संदेश सामने आया है कि पार्टी में आने वाला समय खतरनाक हो सकता है। इस दृश्य को देखने के बाद हालांकि उन नेताओं की छाती को ठंडक पहुंच रही है जिनके नाम जिलाध्यक्ष की दौड़ में थे लेकिन बाजी हाथ नहीं आई।
बंदूकों का खुलेआम प्रदर्शन
इतना ही नहीं जसमंत जाटव के स्वागत में बंदूकों का भी खुलेआम प्रदर्शन बिहार की याद ताजा(बिहारी अंदाज में कुछ इस तरह हवाई फायर कर किया स्वागत)
करा गया। हवाई फायर हुए और फिर जसमंत जी ने बंदूक धारी के साथ सेल्फी भी ली।
नचनिया भी खूब नाची स्वागत में
एक तरफ धमकी भरे गीत, बंदूक पुरानी फिल्म की याद ताजा कर गए तो उसी जमाने के हीरो की पसंद की तरह स्वागत में नचनिया भी खूब नाची। (कुछ इस तरह नाची नचनिया)
भीड़ भरे बाजार में नचनिया ने खूब ठुमके लगाए। जिनको देख रहे युवा, बुजुर्ग ठंडी में गर्म सांस छोड़ते दिखाई दिए।
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