तो वहीं भगवान गणेश जी ने शोल ओढ रखी थी। रिद्धि सिद्धि भी शोल में नजर आई।
इधर भगवान शंकर के दो रूप देखने को मिले। जहां जलाभिषेक किया जाता है वहां भगवान शिव अपने परिवार के साथ बिना किसी शोल, हीटर के थे। जबकि एक और भगवान शिव पार्वती जी की प्रतिमा शोल ओढ़े थी।
इसी क्रम में वृंदावन के बांके बिहारी ने राधा रानी के साथ सर्दी से बचने शोल ओढ रखी थी। दुनिया को धन धान्य से परिपूर्ण रखने वाली मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु ने भी शोल ओढ़ी है। जबकि भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और प्रभु हनुमान ने भी शोल पहनी हुई थी। इसी क्रम में शेर पर सवार मां ने भी शोल ओढ़ी है। जबकि भगवान भैरो ने भी शोल पहनी है। पंडित अरुण शर्मा का कहना है कि जब इंसान को सर्दी लगती है तो भगवान को भी लगती होगी। इसी कारण हमने भक्तों के अनुरोध पर गर्मी के कुछ उपाय किए हैं।

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