शिवपुरी। शहर के महावीर नगर में शनिवार को जिला प्रशासन के राजस्व अमले को देखकर अच्छा खासा हंगामा खड़ा हो गया। एसडीएम उमेश कौरव, आरआई प्रमोद शर्मा सहित टीम मौके पर गई। ठीक इसी समय स्थानीय विधायक देवेंद्र जैन भी मौके पर थे। ये सभी इसलिए मौके पर गए थे कि किसी ने नाले को बंद करके निर्माण किए जाने की जानकारी दी थी। बताया था कि बिना एनजीटी और नपा अनुमति के नाले को अवरुद्ध कर निर्माण किया जा रहा है। ठीक इसी तरह नाले किनारे सो मकान बना लिए हैं। एक दिन पहले नपा सीएमओ ईशाक धाकड़ तक मौके पर पहुंचे थे और मीडिया को बताया था कि भू माफिया नाले में मिट्टी डालकर उसमें भवन निर्माण कर रहा है। जब वे मौके पर पहुंचे तो निर्माण में जुटे लोग भाग गए थे।आज जब एसडीएम कौरव ने पूरे मामले में पड़ताल की तो जैन समाज के लोग सामने आए। जिन्होंने एक परमिशन एसडीएम को दिखाई। ये साल 1980 में नपा ने नाले पर ब्रिज निर्माण के लिए दी थी। जैन मुनि को लाने के लिए आवश्यक इस निर्माण के लिए शर्त थी कि जब भी पुल बनाएंगे नपा के इंजिनियर ले आउट, डिजाइन फाइनल करेंगे। तभी निर्माण किया जा सकेगा लेकिन जैन समाज ने इस आदेश की अनदेखी करके सीधा पुल निर्माण शुरू कर दिया। जिसे लेकर एसडीएम ने नपा अनुमति के अनुसार पुल निर्माण करवाने के निर्देश दिए। जिसमें विधायक ने भी सहमति दी और टीम मौके से लौट आई। इस दौरान नपा सीएमओ धाकड़ भी थे।

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