प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ की पावन धरा पर इतिहास और वीरता का अद्भुत संगम देखने को मिला जब दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के युवा जाग्रति अभियान ‘SAM’ ने ‘शेर शिवराय – द लायन अमंग्स्ट किंग्स’ के माध्यम से छत्रपति शिवाजी महाराज जी को श्रद्धांजली अर्पित की। इस प्रेरणादायक प्रस्तुति में शिवाजी महाराज जी के अद्वितीय साहस, दूरदर्शी नेतृत्व और अमर विरासत को दर्शाया गया, जिसके चलते प्रयागराज के 15,000 से अधिक युवाओं को सन्देश दिया गया| इनमें प्रयागराज के प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटर, कॉलेज और विश्वविद्यालयों के छात्र, सांस्कृतिक प्रेमी और देश-विदेश से आए आध्यात्मिक जिज्ञासु शामिल हुए।
SAM के फ्यूजन रॉक बैंड 'Eternal Bliss' ने शिवाजी महाराज जी को श्रद्धांजली देते हुए अपने जोशीले संगीत से मंच पर धूम मचा दी। पारंपरिक ढोल और नगाड़ों की गूंज को रॉक संगीत के साथ जोड़कर ब्रह्मनाद बैंड ने एक गगनभेदी ध्वनि-संगीत छेड़ा, जिसने युवाओं के हृदय में गर्व और जोश भर दिया। इसके बाद SAM की बैले ग्रुप 'Eternal Splendour' ने एक शानदार नृत्य नाटिका प्रस्तुत की, जिसमें शिवाजी महाराज जी की वीरता और रणनीतिक कुशलता को जीवंत किया गया।
साध्वी परमा भारती जी ने अपने ओजस्वी संबोधन में शिवाजी महाराज जी के अद्भुत साहस, अनुशासन और नेतृत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार समर्थ गुरु रामदास जी की आध्यात्मिक प्रेरणा ने शिवाजी महाराज जी को दिशा दी, जो आज भी युवाओं के लिए मार्गदर्शन का काम कर सकती है| प्रसिद्ध कवि अभिजीत मुंडे, उर्फ ‘Psycho Shayar’, ने कविता और कहानी के अनूठे संगम से शिवाजी महाराज जी के संकल्प और उनके आदर्शों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।
इस भव्य आयोजन का समापन ‘छत्रपति महाराज जी के संकल्प’ समारोह के साथ हुआ, जिसमें हजारों युवाओं ने स्वयं को भारत की प्रगति, संस्कृति के संरक्षण और व्यक्तिगत विकास के प्रति समर्पित होने की शपथ ली। यह संकल्प वाद्ययंत्रों की गूंज और लहराते ध्वजों के बीच लिया गया, जिसने पूरे वातावरण को एक उन्नत एवं सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया।
इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित विद्वानों और इतिहासकारों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और इतिहासकार ‘संजीव सान्याल जी’ने सरस्वती नदी की गौरवशाली विरासत पर अपने विचार साझा किए, जबकि प्रख्यात लेखक ‘उदय माहुरकर जी’ ने ‘संस्कृति बचाओ, राष्ट्र बचाओ’ विषय पर ओजस्वी व्याख्यान दिया। उन्होंने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया। विशिष्ट अतिथियों ने भी इस पहल की प्रशंसा की और युवाओं को अपनी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत से जोड़ने के लिए ऐसे मंचों की आवश्यकता पर बल दिया।
SAM, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के अंतर्गत संचालित एक युवा जाग्रति अभियान है, जो संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रेरणादायक सत्रों के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाता है। SAM का उद्देश्य युवाओं को जागरूक, प्रेरित और रूपांतरित करना है ताकि वे साहस और उद्देश्य के साथ नेतृत्व कर सकें। पिछले 15 वर्षों में SAM ने 15 लाख से अधिक युवाओं तक अपनी पहुँच बनाई है, और यह भारत का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ युवा अभियान बन चुका है।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें